खेलवीडियोधर्म
मनोरंजन.. | मनोरंजन
टेकदेश
प्रदेश | पंजाबहिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारउत्तर प्रदेश / उत्तराखंडगुजरातछत्तीसगढ़दिल्लीझारखंड
धर्म/ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियास्टोरीजबिजनेसहेल्थएक्सप्लेनरफैक्ट चेक ओपिनियननॉलेजनौकरीभारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस

Bhog Ke Niyam: प्रसाद में भूलकर भी न डालें यह एक चीज, वरना नहीं मिलेगा पूजा का फल

Bhog Ke Niyam: अक्सर लोग किसी भी पूजा-पाठ में भगवान को भोग जरूर अर्पित करते हैं। भोग में कई चीजें भी डाल देते हैं। साथ ही भोग लगाने के बाद उसे तुरंत ग्रहण भी कर लेते हैं। लेकिन ऐसा करना बिल्कुल ही गलत है। बता दें कि शास्त्र में भोग से संबंधित कुछ नियम बताए गए हैं तो आइए आज इस खबर में भोग से संबंधित कुछ नियम के बारे में जानते हैं।
12:15 PM Feb 28, 2024 IST | Raghvendra Tiwari
Advertisement

Bhog Lagane Ke Niyam: सनातन धर्म में भगवान की पूजा करते समय जरूर भोग लगाते हैं। कई लोग प्रसाद के रूप में भोजन को ही भगवान को भोग लगा देते हैं। भोग लगाने के बाद लोग उस प्रसाद को ग्रहण करते हैं। वहीं कुछ लोग भगवान को भोग में मिठाई, मोदक और अलग-अलग तरह के फल-मिठाई और अन्य तरह के सामग्री भी अर्पित करते हैं। बता दें कि भगवान को प्रसाद में कुछ ऐसी चीजें होती हैं जिन्हें भूलकर भी नहीं डालने चाहिए। आज इस खबर में भगवान को भोग लगाने के संबंध में कुछ महत्वपूर्ण चीजों के बारे में जानेंगे।

Advertisement

हर प्रसाद में न डालें ये एक चीज

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, भगवान को भोग लगाते समय कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है। ज्योतिष के अनुसार, अक्सर लोग भगवान को भोग लगाते समय तुलसी पत्र डाल देते हैं लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए। बता दें कि सभी देवी-देवता को तुलसी पत्र नहीं पसंद होता है।

पंडित जी के अनुसार, जिस प्रकार भगवान विष्णु को तुलसी पत्र बेहद पसंद होता है, ठीक उसी प्रकार भगवान शिव और गणेश जी को तुलसी पत्र नहीं पसंद होता है। बता दें कि भगवान शिव और गणेश जी के प्रसाद में तुलसी का पत्ता डालने से सारे काम बिगड़ने लगते हैं। साथ ही धन की हानि भी होने लगती है। इसलिए प्रसाद में तुलसी का पत्ता डालने से पहले इस बात का जरूर ध्यान रखें।

भोग लगाने के बाद करें ये काम

ज्योतिष विशेषज्ञों के अनुसार, भगवान को भोग अर्पित करने के बाद उसे तुरंत नहीं ग्रहण करने चाहिए। बल्कि प्रसाद का एक हिस्सा गाय को खिलाना चाहिए। उसके बाद ही प्रसाद ग्रहण करना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से पूजा का दोगुना फल मिलता है। साथ ही भगवान का आशीर्वाद भी मिलता है।

Advertisement

यह भी पढ़ें-  ब्रज में क्यों खास है लट्ठमार होली, यहां देखें 40 दिनों का ब्रज होली शेड्यूल

यह भी पढ़ें- इन भाग्यशाली राशियों पर हमेशा होती है मां लक्ष्मी की कृपा, कभी नहीं होती है धन-दौलत की कमी

डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।

Advertisement
Tags :
Bhog Niyam
वेब स्टोरी
Advertisement
Advertisement