धन, ज्ञान, विवाह और संतान देते हैं बृहस्पति, यदि रुकी है कृपा, 5 उपायों से बनाएं मजबूत
Brihaspati Grah: वैदिक ज्योतिष में बृहस्पति को गुरु ग्रह कहा गया है। इसके तीन अर्थ हैं, पहला- वे सभी देवताओं के गुरु हैं, दूसरा- उनका प्रभाव सभी ग्रहों में सबसे शुभ और प्रत्यक्ष है और तीसरा- उनका ओहदा सभी ग्रहों में ऊंचा और आकार सभी ग्रहों में बड़ा है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यदि आप धन संकट से परेशान हैं, करियर और शिक्षा में समस्याएं हैं, विवाह में विलंब हो रहा है या वैवाहिक जीवन में दिक्कतें हैं, संतान सुख प्राप्त नहीं हो रहा है, तो ये सभी प्रत्यक्ष रूप से गुरु ग्रह बृहस्पति से जुड़े हैं। यदि उनकी कृपा रुकी हुई है, तो आइए जानते हैं कि उन्हें किस विशेष उपायों से प्रसन्न किया जा सकता है, ताकि जीवन सुखमय हो।
बृहस्पति को प्रसन्न करने के उपाय
केले के वृक्ष के उपाय
हिन्दू परंपरा में केले वृक्ष को बहुत पवित्र माना गया है। इसमें भगवान विष्णु और गणेश का वास होता है। इस वृक्ष की पूजा से बृहस्पति देव प्रसन्न होते हैं। गुरुवार के दिन एक पीले कपड़े में हल्दी की 5 गांठें और थोड़ी मिस्री की डली बांधकर केले के वृक्ष की जड़ के पास दबा दें। लाल किताब में यह उपाय संतान सुख दिलाने वाला माना गया है। इसे करियर में भी प्रगति होती है।
पीत जल स्नान के उपाय
पीत यानी पीले जल से स्नान का उपाय आसान लेकिन काफी प्रभावाशाली उपाय है। यह उपाय विवाह में विलंब, कुंडली मिलान की समस्या, वैवाहिक जीवन की परेशानियों को दूर करने वाला माना गया है। इस उपाय के लिए स्नान के पानी में दो-तीन चुटकी पिसी हुई हल्दी मिलाएं और स्नान करें। ऐसा 21 बृहस्पतिवार तक करने से लाभ होता है, लेकिन 43 दिनों तक करने से पूर्ण लाभ होता है।
पीले चावल के स्वस्तिक के उपाय
बृहस्पति को देवगुरु की विशेष पूजा से प्रसन्न कर सकते हैं। मिटटी के एक कलश को पीले रंगों से रंग दें और उसकी स्थापना पीले रंग के चावल से बनी स्वस्तिक पर करें। उस कलश के सामने बृहस्पति की फोटो रख कर सरसों तेल के पांच दीये जलाएं और विधिवत पूजा करें। पूजा के बाद गरीबों को अन्न और भोजन दान करें। सामर्थ्य के अनुसार 7, 14 या 21 बृहस्पतिवार यह उपाय करने से अवश्य लाभ होता है।
पीली वस्तुओं का दान
वैदिक ज्योतिष के अनुसार, पीली रंग की सभी वस्तुओं पर बृहस्पति ग्रह का स्वामित्व है। इस रंग की वस्तुओं का दान बृहस्पति को करने से गुरु ग्रह मजबूत होते हैं। पीले वस्त्र, हल्दी, बिना छिलके वाला चना, चने की दाल और अन्य पीले अनाज, पीले फल, सोना आदि के दान से बृहस्पति प्रसन्न होते हैं और धन-धान्य में बढ़ोतरी होती है।
बृहस्पति का व्रत रखें, कथा सुनें
बृहस्पतिवार को इस दिन व्रत रखने से न केवल देवगुरु की कृपा प्राप्त होती है, बल्कि भगवान विष्णु सहित मां लक्ष्मी की कृपा भी बनी रहती है। इस दिन को विधि-विधान से बृहस्पतिवार की कथा सुनें और सामर्थ्य के अनुसार ब्राह्मणों को भोजन करवाएं और गरीबों को दान दें। इससे धन के साथ संतान सुख प्राप्त होता है और वैवाहिक जीवन सुखमय रहता है।
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