5 राशियों पर संकट के बादल, मंगल के रेवती नक्षत्र में गोचर का धन, व्यापार, नौकरी, हेल्थ पर भारी असर
Mangal Nakshatra Parivartan: जमीन-जायदाद, साहस, पराक्रम, आत्मविश्वास, ऊर्जा, शारीरिक ताकत आदि के नियंत्रक ग्रह मंगल के रेवती नक्षत्र में गोचर करने से देश-दुनिया के साथ सभी राशियों पर इसका असर पड़ना शुरू हो चुका है, लेकिन 5 राशियां सबसे अधिक प्रभावित हो रही हैं। बता दें, भूमि पुत्र कहे जाने वाले और ग्रहों सेनापित ने बृहस्पति ग्रह के स्वामित्व वाली नक्षत्र रेवती में 15 मई को प्रवेश किया था। बृहस्पति अभी अस्त हैं, इसलिए मंगल पीड़ित हैं, जिसका नकारात्मक असर 5 राशियों पर सबसे अधिक पड़ने की संभावना है।
रेवती नक्षत्र में मंगल गोचर का राशियों पर असर
वृषभ राशि:
आर्थिक परेशानी से चिड़चिड़ापन में वृद्धि हो सकती है। संयम से काम लेने की आवश्यकता है। स्वास्थ्य संबंधी कुछ समस्याएं, जैसे सिरदर्द, चोट और बुखार लगने के काम-काज पर असर पड़ेगा। स्टूडेंट्स को करियर में बाधाएं के योग हैं। वाणी पर नियत्रण रखना जरूरी है, अन्यथा पारिवारिक कलह और तनाव बढ़ सकते हैं।
कर्क राशि:
फिजूलखर्ची बढ़ने के योग हैं। व्यापार में धन हानि होने से आर्थिक तंगी बढ़ेगी। कर्मचारियों को वेतन देने में मुश्किल हो सकती है। किसी मुकदमे और कानूनी विवाद में कोर्ट कचहरी का चक्कर लगाना पड़ेगा। मानसिक परेशानी बढ़ेगी। त्वचा संबंधी रोग या इन्फेक्शन परेशान कर सकता है।
कन्या राशि:
लंबी यात्रा पर जाने से बचें। वाहन संभल कर चलाएं, यात्रा में दुर्घटना के योग हैं। स्टूडेंट्स को अच्छे कॉलेज में दाखिला न मिलने से मानसिक तनाव और चिंता होगी। दोस्तों के साथ मतभेद हो सकता है। खानपान का ध्यान रखें, पेट दर्द जैसी परेशान कर सकती है।
वृश्चिक राशि:
छात्रों के करियर में अस्थिरता आने योग हैं। माता-पिता भी परेशान रहेंगे। नौकरीपेशा जातकों का बॉस से विरोध हो सकता हा, नौकरी छूटने की भी नौबत आ सकती है। जमीन जायादाय के बंटवारे के कारण पारिवारिक कलह बढ़ सकते हैं। भाई से अलगाव भी हो सकता है। बुजुर्गों को अपने स्वास्थ्य ध्यान रखना चाहिए, डायबिटीज और बीपी परेशान कर सकती है।
ये भी पढ़ें: जन्म के महीने से कौन-सा रत्न पहनना है अशुभ? भूल से भी न करें धारण, वरना…
मकर राशि:
संभल कर रहने की जरुरत है, शत्रुओं से परेशानी और विवाद बढ़ने के योग हैं, हिंसा के योग से इनकार नहीं किया जा सकता है। कोर्ट-कचहरी के चक्कर से समाज में बदनामी बढ़ेगी। बिजनेस में पार्टनर के साथ मतभेद होगा, जिससे व्यापार और व्यवसाय में नुकसान बढ़ने के योग हैं। मानसिक तनाव और चिंता से काम करने की क्षमता घटेगी।
ये भी पढ़ें: Vakri Grah: ग्रह का वक्री होना क्या है, इसका असर क्या होता, कौन ग्रह कभी नहीं होते हैं वक्री?
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिषीय मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।