Surya Ketu Yuti: कन्या राशि में सूर्य-केतु की खतरनाक युति से ये 3 राशियां होंगी बेहाल, 16 अक्टूबर के बाद मिलेगी राहत!
Surya Ketu Yuti: ग्रहों के राजा सूर्यदेव 16 सितंबर को सिंह राशि से गोचर कर कन्या राशि में प्रवेश कर चुके हैं, जहां पहले से ही पापी ग्रह केतु मौजूद हैं। इससे कन्या राशि में सूर्य और केतु की खतरनाक युति बन गई है। कन्या राशि में बैठे हुए सूर्य वैसे भी बहुत मजबूत नहीं होते हैं। वहीं, वैदिक ज्योतिष में सूर्य और केतु की युति को अच्छा नहीं माना गया है। ज्योतिष ग्रंथों में इसे ग्रहण दोष कहा गया है। इस ग्रहण दोष के असर कोई भी राशि अछूती नहीं रहेगी। लेकिन 3 राशियों के लिए यह बेहद नकारात्मक साबित हो सकता है। इन्हें 16 अक्टूबर के बाद ही राहत मिलेगी। आइए जानते हैं, ये 3 राशियां कौन-सी हैं और इन राशियों के जातकों के जीवन पर क्या नेगेटिव प्रभाव पड़ने की आशंका है?
सूर्य-केतु युति का राशियों पर असर
मेष राशि
सूर्य-केतु युति से बने ग्रहण योग के नकारात्मक असर से मेष राशि के जातक चिड़चिड़े और गुस्सैल हो सकते हैं। आपके स्वभाव में नेगेटिविटी बढ़ सकती है, धैर्य कम हो सकता है। आमदनी के स्रोत में रुकावट आने से आर्थिक स्थिति कमजोर हो सकती है। नौकरीपेश जातकों का ऑफिस में कलीग से बहस हो सकता है। कारोबार में नुकसान होने की संभावना है। आपको अभी नए निवेश से बचना चाहिए। दोस्तों के साथ मतभेद हो सकते हैं। लव लाइफ में तनाव और अविश्वास बढ़ सकता है।
ये भी पढ़ें: Chandra Grahan 2025: क्या अगले साल पितृपक्ष में फिर लगेगा चंद्र ग्रहण, जान लीजिए 2025 के ग्रहण की तिथियां
वृश्चिक राशि
सूर्य-केतु युति के प्रभाव से वृश्चिक राशि के जातकों में भावुकता बढ़ सकती है। आप खुद को अकेला महसूस करेंगे। ऑफिस में काम का बोझ बढ़ने से तनाव बढ़ेगा। आमदनी घटने से आप चिंतित रहेंगे। साझेदारी वाले कारोबार में पार्टनर से विवाद हो सकते हैं। व्यापार में नुकसान होने की संभावना है। स्टूडेंट जातकों की एकाग्रता में कमी आएगी। पढ़ाई में रुचि कम होगी। परिवार के सदस्यों के साथ मतभेद हो सकते हैं। यात्राओं में बाधाएं आ सकती हैं और दुर्घटना होने का खतरा भी है।
मकर राशि
सूर्य-केतु युति से बने ग्रहण योग के नेगेटिव असर से मकर राशि के जातक के चिंतित और उदास रह सकते हैं। कारोबार में आर्थिक मंडी का सामना करना पड़ सकता है। अचानक धन हानि हो सकती है। कारोबार में घाटा होने से आप बेचैन रहेंगे। कार्यस्थल पर मानसिक तनाव बढ़ सकता है। प्रमोशन में देरी हो सकती है। मानसिक तनाव से स्वास्थ्य पर बुरा असर होगा। जोड़ों का दर्द, हड्डियों में दर्द, और त्वचा संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। लव लाइफ में पार्टनर से दूरियां बढ़ सकती हैं।
ये भी पढ़ें: Sharad Purnima 2024: चांद की रोशनी में क्यों रखते हैं खीर? जानें महत्व और नियम
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।