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Zodiac Signs: इन 3 राशियों पर रहती है मंगल देव की खास कृपा; दौलत, शोहरत और सफलता चूमती है कदम!

Zodiac Signs: नवग्रहों में मंगल को ग्रहों के सेनापति का दर्जा प्राप्त है। वैदिक ज्योतिष में मंगल का कुंडली में मजबूत और शुभ प्रभाव से युक्त होना जरूरी माना गया है। आइए जानते हैं, मंगलदेव की प्रिय राशियां कौन-सी हैं?
11:53 PM Oct 02, 2024 IST | Shyam Nandan
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Zodiac Signs: वैदिक ज्योतिष में मंगल ग्रह सबसे प्रभावशाली ग्रहों में से एक हैं। शारीरिक बल, ऊर्जा, साहस, भूमि, अचल संपत्ति, मकान, वाहन, अग्नि, बड़ा भाई या बहन, क्रोध, युद्ध, बिजली, लाल रंग, अग्नि, ऊष्मा आदि के नियंत्रक ग्रह मंगल ग्रह ही हैं। साथ ही वे व्यक्ति के व्यक्तित्व, स्वास्थ्य और जीवन में होने वाली घटनाओं को गहराई से प्रभावित करते हैं। इसलिए ज्योतिष शास्त्र में मंगल ग्रह को बहुत महत्वपूर्ण ग्रह माना गया है।

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मकर राशि में मंगल उच्च के होते हैं, जबकि कर्क इनकी नीच की राशि है। जब मंगल किसी जातक (व्यक्ति) की कुंडली में उच्च के होते हैं या और शुभ ग्रहों से दृष्ट या शुभ भाव में होते हैं,  तो व्यक्ति को साहस, ऊर्जा और नेतृत्व क्षमता प्रदान करते हैं। वहीं जब वे नीच के होते हैं या अशुभ होते हैं, तो व्यक्ति को आक्रामक, क्रोधी और अशांत बना सकते हैं। आइए जानते हैं किन 3 राशियों पर मंगल देव की विशेष कृपा रहती है?

मेष राशि

वैदिक ज्योतिष में मंगल को मेष राशि का स्वामी ग्रह माना गया है। साथ ही मेष इस ग्रह की मूल त्रिकोण राशि है। इसीलिए मेष राशि के जातकों पर मंगल ग्रह का सीधा प्रभाव पड़ता है। मेष राशि के जातक स्वाभाविक रूप से ऊर्जावान, साहसी और नेतृत्व क्षमता जैसे गुणों से भरे होते हैं। मंगल की कृपा से ये गुण और निखर उठते हैं।

ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, इन गुणों के कारण मेष राशि के जातक कठिन से कठिन परिस्थितियों का सामना करने में सक्षम होते हैं और लोगों को प्रेरित करने और संगठित करने में सक्षम होते हैं। ऐसे व्यक्ति विशेष कर सेना, प्रशासनिक क्षेत्र, करियर और सामरिक व्यापार में बेहद सफल होते हैं। जब मेष के जातकों के जीवन में मंगल की महादशा और अन्तर्दशा आती है, तो देखा गया है कि इस राशि के जातक अपार धन और शोहरत पाते हैं। वे कई-कई बंगले और गाड़ियों के मालिक होते हैं।

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वृश्चिक राशि

मेष राशि की तरह मंगल ग्रह वृश्चिक राशि के भी स्वामी ग्रह है। यही कारण है कि इन राशि वालों को मंगल ग्रह जिंदगी भर अपार ऊर्जा और उत्साह देने में कोई कंजूसी नहीं करते हैं। इस कारण से यह देखा गया है, वे हर काम को पूरे जोश के साथ करते हैं।वे कठिन से कठिन हालात में घबराते नहीं हैं। जाहिर है कि ऐसे व्यक्ति कूल रहकर सफलता की ओर बढ़ने की दिशा में काम करते रहते हैं और आखिरकार सफलता इनकी झोली में आकर गिरती है।

यहां एक सबसे अच्छी बात यह है कि मंगल ग्रह वृश्चिक राशि वालों को दृढ़ निश्चयी और लक्ष्य के प्रति आगे बढ़ने वाला बनाते है।इसलिए जब इस राशि के व्यक्ति एक बार जब कोई लक्ष्य निर्धारित कर लेते हैं, तो उसे प्राप्त करने के लिए मंगल हर संभव प्रयास करते हैं।यही कारण है कि वृश्चिक राशि के व्यक्ति मंगल की महादशा में फर्श से अर्श पर पहुंच जाते हैं।

मकर राशि

सभी राशियों में मकर वह राशि है, जो मंगल ग्रह को विशेष शक्ति प्रदान करता है। वह शक्ति है, उच्च स्थान पर विराजमान होने की शक्ति। इसके बदले में मंगल ग्रह भी मकर राशि के धैर्य और अनुशासन को और मजबूत बनाते है। मंगल ग्रह की मेहरबानी से इस राशि के जातक अपने करियर में तेजी से उन्नति करते हैं। साथ ही, मंगल की महादशा और अन्तर्दशा में इस राशि के जातक अपार धन लाभ के साथ समाज में सम्मानित स्थान पाने में सक्षम होते हैं।

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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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