कार का बेस वेरिएंट खरीदें या टॉप ? जानें कौन सा वेरिएंट होगा वैल्यू फॉर मनी
Car Guide Tips: नई कार खरीदने की कर रहे हैं प्लानिंग? बजट भी है तैयार ? लेकिन कनफूजन इस बात का है कि बेस मॉडल लेने में फायदा है या टॉप ? अगर आपके पास बजट की कोई समस्या नहीं है तो आपको टॉप मॉडल ही खरीदना चाहिए।
लेकिन अगर आपके बजट कम है तो आप बेस मॉडल खरीद सकते हैं और थोड़े पैसे मिलाकर अपनी कार में एक्स्ट्रा फीचर्स लगवा सकते हैं। यहां हम आपको बता रहे हैं कि कैसे किसी कार का बेस मॉडल फायदे का सौदा साबित हो सकता है।
बेस मॉडल में मिलते हैं ये फीचर्स
किसी भी कार में सेफ्टी सबसे पहले है। आजकल हर कार के बेस मॉडल में आपको सबसे जरूरी सेफ्टी फीचर्स मिलते हैं। एक नई कार में डिस्क ब्रेक्स, एंटी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम EBD, ड्यूल एयर बैग्स और सीट बेल्ट जैसे फीचर्स स्टैण्डर्ड हैं। और यही फीचर्स काम भी आते हैं रेगुलर ड्राइविंग में। इसलिए बेस मॉडल को आप चुन सकते हैं।
म्यूजिक सिस्टम
कार के बेस मॉडल आपको म्यूजिक सिस्टम नहीं मिलता, लेकिन आप थोड़े पैसे मिलाकर बाहर से ओरिजिनल (बिल के साथ) सिस्टम कार में लगवा सकते हैं। आपको नॉर्मल और टच स्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम आसानी से मिल जाएगा जिनकी कीमत 5000 रुपये से शुरू होती है।
सीट कवर
किसी भी कार के बेस मॉडल में बहुत अच्छे सीट कवर नही मिलते, और काफी ब्रांड्स को सीट कवर देते ही नहीं। मिड और टॉप मॉडल में आपको अच्छे सीट मिलते हैं। अब चूंकि आपको बेस मॉडल के लिए ही अच्छे सीट कवर खरीदने हैं तो आप कार एक्सेसरीज़ मार्केट जाकर अच्छी क्वालिटी के सीट कवर खरीद सकते है। आप लाजपत नगर मार्केट जा सकते हैं। सीट कवर आपको 4000 रुपये की कीमत से शुरू होते हैं।
अन्य एक्सेसरीज़
इसके अलावा फोग लैंप, रूफ रेल, शार्क पार्शल ट्रे भी आप आसानी से बाहर से कम कीमत में लगवा सकते हैं इतना ही नहीं Alloy Wheels भी आपको आसानी से मिल जायेंगे। खास बात ये है कि आपको काफी नए डिजाइन मिल जायेंगे।
Alloy Wheels में भी काफी ब्रांड्स हैं जोकि वारंटी के साथ आते हैं और इनकी कीमत 8000 रुपये से शुरू होती है। इस बात का ध्यान रखना कि कोई एक्सेसरीज़ बिना बिल के मत लगवाना। देखा जाए तो बेस मॉडल में थोड़े पैसे खर्च करके आप अपनी कार को बेहतर लुक दे सकते हैं।
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