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बिहार में कब रुकेगा पुलों के गिरने का सिलसिला? अब यहां पानी में समाया ब्रिज

Araria Bridge Collapsed Update: बिहार में पुल गिरने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब एक और पुल पानी में समा गया है। ग्रामीणों के अनुसार इस पुल का निर्माण सात साल पहले किया गया था। पुल गिरने के बाद दो गांवों के बीच संपर्क टूट गया है। पुल निर्माण को लेकर सवाल उठने लगे हैं।
04:31 PM Jul 16, 2024 IST | Parmod chaudhary
Bihar Bridge Collapse-प्रतीकात्मक फोटो
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Bihar News: (अरुण कुमार, अररिया) बिहार में लगातार पुल गिरने के मामले सामने आ रहे हैं। अब अररिया जिले में एक पुल ने जल समाधि ली है। फारबिसगंज विधानसभा क्षेत्र के अम्हारा पंचायत के वार्ड नंबर 13 में गोपालपुर से मझुआ जाने वाले रास्ते पर बना पुल गिर गया है। जिसके बाद इस सड़क पर आवागमन पूरी तरह बंद हो गया है। पैक्स चेयरमैन मनोज कुमार विश्वास ने बताया कि पुल का निर्माण 2017 में ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा करवाया गया था। पूर्व सरपंच मनोज कुमार ने बताया कि विभागीय अधिकारियों को पुल निर्माण में खामियों की सूचना दी गई थी। लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया।

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25 मीटर लंबा था पुल, लोगों ने की थी शिकायत

अब पुल ध्वस्त हो गया है। पुल लगभग 25 मीटर लंबा था और इसका निर्माण सीमांचल कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा किया गया था। पुल गिरने के बाद हजारों लोगों का आवागमन प्रभावित हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि कोताही बरतने वाले संवेदक और अभियंता पर सख्त कारवाई की जानी चाहिए।

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इससे पहले अररिया में बकरा नदी पर बना पुल भी ध्वस्त हो गया था। 12 करोड़ से इस पुल का निर्माण किया गया था। हैरानी की बात है कि उद्घाटन भी नहीं हुआ था। उससे पहले ही इसके गिरने पर काफी हंगामा मचा था। बिहार में पिछले 10 साल में कई पुल गिर चुके हैं। भ्रष्टाचार को लेकर लोग कई बार आवाज उठा चुके हैं। लेकिन कोई संतोषजनक जवाब सरकार से नहीं मिला। पुल गिरना कहीं न कहीं भवन विभाग में फैले भ्रष्टाचार की ओर इशारा करता है। भूमि जांच में गड़बड़ी और घटिया निर्माण सामग्री के कारण पुल गिरने के कई मामले बिहार में सामने आ चुके हैं। जो सिस्टम पर सवाल उठाते हैं।

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