होमखेलवीडियोधर्म
मनोरंजन.. | मनोरंजन
टेकदेश
प्रदेश | पंजाबहिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारउत्तर प्रदेश / उत्तराखंडगुजरातछत्तीसगढ़दिल्लीझारखंड
धर्म/ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियावेब स्टोरीजबिजनेसहेल्थएक्सप्लेनरफैक्ट चेक ओपिनियननॉलेजनौकरीभारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस
Advertisement

बिहार के बच्चे पर हर महीने 5 लाख का खर्चा, CM नीतीश ने की मदद-अब PM मोदी से उम्मीद

Begusarai Disabled Child Case: बिहार के बेगूसराय में एक दिव्यांग बच्चे के माता-पिता ने इलाज के लिए पीएम नरेंद्र मोदी से मदद की गुहार लगाई है। अभिभावकों का कहना है कि बच्चे के इलाज पर हर महीने 5 लाख रुपये खर्च हो रहे हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति पहले ही ठीक नहीं है।
09:56 PM Jul 02, 2024 IST | Parmod chaudhary
बच्चे के इलाज के लिए पीएम से मांगी मदद।
Advertisement

Bihar News: (जीवेश तरुण, बेगूसराय) बिहार के बेगूसराय में एक परिवार ने अपने बच्चे के इलाज के लिए पीएम नरेंद्र मोदी से मदद की गुहार लगाई है। परिवार के अनुसार बच्चे के इलाज पर हर महीने 5 लाख रुपये खर्च हो रहे हैं। उन्होंने सीएम नीतीश कुमार से भी गुहार लगाई थी। परिवार को मदद मिली भी, लेकिन अब परिवार ने पीएम से गुहार लगाई है। तेघड़ा विधानसभा क्षेत्र के पपरौर के रहने वाले प्रदीप पाठक और स्वीटी पाठक ने बताया कि उनके 3 पुत्र थे। जिसमें एक पुत्र की डिलीवरी के दौरान मौत हो गई। अभी दो बेटे आकाश पाठक और आदर्श पाठक हैं। 10 साल के सबसे छोटा बेटा आदर्श पाठक बचपन से ही बोलने और सुनने में अक्षम है। परिवार के लोग बेगूसराय के हर अस्पताल के चक्कर बेटे के इलाज के लिए काट चुके हैं।

Advertisement

ऑस्ट्रेलिया में इलाज पर खर्च किए 1 करोड़ रुपये

बाद में परिजन बच्चे को इलाज के लिए ऑस्ट्रेलिया लेकर गए थे। वहां के डॉक्टर ने इलाज के लिए बतौर फीस 1 करोड़ रुपये की डिमांड की। डॉक्टरों ने परिवार को भरोसा दिया कि बच्चा आम इंसान की तरह नहीं, बल्कि Robot की तरह सुनेगा और बोलेगा। बाद में उम्र बढ़ने के साथ धीरे-धीरे उसकी आवाज में सुधार होगा। थके हारे परिवार के लोगों ने अपनी दयनीय स्थिति को देखते हुए किसी तरह चंदा लेकर बच्चे के मस्तिष्क का Robotic मशीन लगवाकर इलाज करवा दिया।

यह भी पढ़ें:Hathras Stampede: सत्संग में क्यों जुटी इतनी भीड़? कहां से मिली परमिशन, हाथरस हादसे पर उठे सवाल

Advertisement

इलाज के बाद बच्चा सुनने और बोलने भी लगा। लेकिन अब परिवार को हर महीने 5 लाख रुपये बच्चे के ब्रेन में लगे सॉफ्टवेयर को अपडेट करवाने के लिए चाहिए। बच्चे को परिजन हर महीने हरियाणा के अस्पताल में ले जा रहे हैं। अब परिवार के पास पैसे नहीं बचे हैं। जिसके बाद परिजनों ने बिहार के CM नीतीश कुमार से आर्थिक मदद मांगी थी। उन्होंने परिवार की मदद की भी। लेकिन परिवार को स्थायी तौर पर हर महीने 5 लाख रुपये की जरूरत है। बच्चे के परिवार की आर्थिक स्थिति पहले ही ठीक नहीं है। अब परिवार ने PM नरेंद्र मोदी से आर्थिक मदद की गुहार लगाई है।

Open in App
Advertisement
Tags :
Bihar News
Advertisement
Advertisement