JDU में बड़ा बदलाव, प्रदेश कमेटी भंग; CM नीतीश कुमार ने क्यों दिया 185 पदाधिकारियों को बड़ा झटका?

Bihar Political News: बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने बड़ा फैसला लिया है। उनका फैसला कई नेताओं पर भारी साबित हुआ है। बिहार में लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से ही कई पार्टियों ने अपने संगठन में बदलाव किया है। नीतीश कुमार का फैसला भी उसी कड़ी का हिस्सा माना जा रहा है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।

featuredImage

Advertisement

Advertisement

Bihar Political News 2024: बिहार की राजनीति से बड़ी खबर आ रही है। जेडीयू की प्रदेश कमेटी में सीएम नीतीश कुमार ने बड़ा ऐलान किया है। पार्टी की ओर से बड़ा फेरबदल करते हुए शनिवार को नई कमेटी घोषित की गई है। जेडीयू ने लगभग 15 महीने पहले 260 सदस्यों की बड़ी कमेटी घोषित की थी। जिसको भंग कर अब छोटी कमेटी गठित की गई है। नई कमेटी में 10 उपाध्यक्षों, 49 महासचिवों का ऐलान किया गया है। वहीं, पार्टी ने 46 सचिव, एक कोषाध्यक्ष और 9 प्रवक्ता बनाए हैं। इसके अलावा 185 पदाधिकारियों की छुट्टी कर दी गई है। जेडीयू ने शनिवार सुबह ही पुरानी कमेटी को भंग किया है। बिहार में पार्टी ने अपनी सलाहकार विंग के नेताओं को भी बदला है।

यह भी पढ़ें:विधानसभा उपचुनाव के लिए योगी आदित्यनाथ मांग रहे ‘फ्रीहैंड’, क्या CM की सभी डिमांड पूरी करेगी BJP?

पुरानों के बजाय कई नए चेहरों को मौका दिया गया है। पिछले साल 23 मार्च को पार्टी ने 251 सदस्यीय कमेटी का ऐलान किया था। जिसमें 105 महासचिव, 114 सचिव, 20 उपाध्यक्ष और 11 प्रवक्ता बनाए गए थे। बाद में कई और पदाधिकारियों को जोड़ने के बाद इनकी संख्या 260 हो गई थी। आमतौर पर प्रदेश कमेटी 3 साल तक काम करती है। लेकिन इस बार जेडीयू ने इसे 15 माह बाद ही भंग कर दिया है। नई कमेटी में अधिकतर चेहरे नए हैं। जो 20 उपाध्यक्ष हटाए गए हैं, उनमें पूर्व मंत्री रंजू गुप्ता, जय कुमार सिंह, वीरेंद्र प्रसाद जैसे बड़े चेहरे शामिल हैं। कई पूर्व विधायक भी कमेटी से बाहर किए गए हैं।

नई कमेटी में ये चेहरे शामिल

नए उपाध्यक्षों में पूर्व मंत्री मुनेश्वर चौधरी, एमएलसी रविंद्र प्रसाद सिंह, पूर्व सांसद महाबली सिंह, पूर्व एमएलसी हारूण रशीद, अजीत चौधरी, प्रमिला कुमार प्रजापति, एमएलसी संजय सिंह, वैद्यनाथ सिंह विकल, कलाधर मंडल और अमर कुमार अग्रवाल को शामिल किया गया है। पूर्व विधायक रणधीर सिंह को महासचिव की जिम्मेदारी दी गई है। राजद छोड़कर वे जेडीयू में शामिल हुए थे। बता दें कि रणधीर सिंह बाहुबली पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह के बेटे हैं। जो टिकट न मिलने पर राजद से नाराज हो गए थे।

यह भी पढ़ें:लव मैरिज की खौफनाक सजा, पिता ने इकलौती बेटी को पीट-पीटकर उतारा मौत के घाट; पुलिस ने जताई ये आशंका

यह भी पढ़ें:लाशों के बीच अय्याशी, मुर्दाघर में युवती के साथ आपत्तिजनक हालत में मिला सफाई कर्मचारी, किसने बनाया वीडियो?

Open in App
Tags :