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मनीष वर्मा कौन? जिन्हें JDU में मिली नंबर 2 की जिम्मेदारी, IAS की छोड़ी थी नौकरी

Bihar News : बिहार में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले नीतीश कुमार ने जेडीयू में बड़ा बदलाव किया। संजय झा को राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपने के बाद मनीष वर्मा को राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया गया। आइए जानते हैं कि कौन हैं मनीष वर्मा?
05:10 PM Jul 11, 2024 IST | Deepak Pandey
Who Is Manish Kumar Verma?
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Who Is Manish Kumar Verma : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले सीएम नीतीश कुमार ने जेडीयू के बड़े पद पर नए चेहरे को मौका दिया। हाल ही में जनता दल यूनाइटेड की सदस्यता ग्रहण करने वाले पूर्व आईएएस अधिकारी मनीष कुमार वर्मा को पार्टी में नंबर-2 की जिम्मेदारी मिली। अब वे पार्टी में आरसीपी सिंह के कार्यभाल को संभालेंगे। आइए जानते हैं कि कौन हैं मनीष कुमार वर्मा?

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जनता दल (यूनाइटेड) के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पार्टी में बड़ा बदलाव किया। संजय झा के बाद मनीष कुमार वर्मा को बड़ी जिम्मेदारी मिली। सीएम नीतीश कुमार ने पूर्व आईएएस अधिकारी और अपने करीबी मनीष कुमार वर्मा को राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया है।

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कौन हैं मनीष कुमार वर्मा?

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2000 बैच के आईएएस अधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने 12 सालों तक ओडिशा के अलग-अलग जिलों में जिलाधिकारी की जिम्मेदारी निभाई। उन्होंने 2012 में पिता की बीमारी का हवाला दिया और उन्हें बिहार में प्रतिनियुक्ति मिल गई। वे बिहार के पूर्णिया और पटना में डीएम थे। समाज कल्याण और बिजली विभागों में तैनाती के बाद मनीष वर्मा नीतीश कुमार के सचिव बन गए। प्रतिनियुक्ति की समय सीमा खत्म होने के बाद उन्हें ओडिशा कैडर में वापस लौटना था, लेकिन उन्होंने 2021 में आईएएस की नौकरी छोड़ दी।

मनीष वर्मा पर मेहरबान रहे नीतीश कुमार

नीतीश कुमार हमेशा मनीष वर्मा पर मेहरबान रहे। आईएएस से वीआरएस लेने के बाद उन्हें अतिरिक्त परामर्शी पद पर नियुक्ति मिली। लोकसभा चुनाव में एक्टिव रहे मनीष वर्मा कार्यकर्ताओं के बीच भी नजर आए थे। उनके लोकसभा चुनाव 2024 लड़ने की भी खबर सामने आई थी, लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला। राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने 9 जुलाई को मनीष वर्मा को पार्टी की सदस्यता दिलाई।

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जानें आरसीपी और मनीष वर्मा में क्या है अंतर?

आरसीपी सिंह की तरह ही मनीष वर्मा भी नीतीश कुमार के करीबी माने जा रहे हैं। आरसीपी सिंह भी आईएएस अधिकारी थे और मनीष वर्मा भी। जैसे आरसीपी को नीतीश कुमार के उत्तराधिकारी के रूप में देखा जा रहा था, वैसे ही मनीष वर्मा को लेकर भी चर्चा। दोनों नीतीश कुमार की जाति और जिले से तालुल्क रखते हैं। इसे लेकर चर्चा है कि मनीष वर्मा जेडीयू में नंबर दो पर रहेंगे।

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