विदेशी निवेशकों ने अडानी ग्रुप पर जताया भरोसा, अबू धाबी की IHC ने दिया समर्थन
Abu Dhabi IHC Support For Adani Group : अबू धाबी की इंटरनेशनल होल्डिंग कंपनी (IHC) ने अडानी ग्रुप को अपना समर्थन दोहराया है। यह 100 बिलियन अमेरिकी डॉलर के करीब की संपत्ति का प्रबंधन करने वाली सबसे बड़ी सॉवरेन फंड में से एक है। अडानी ग्रुप के प्रमुख विदेशी निवेशकों में से एक आईएचसी ने एक बयान में कहा कि अडानी समूह के साथ उनकी साझेदारी हरित ऊर्जा और स्थिरता क्षेत्रों में उनके योगदान में विश्वास को दर्शाती है। सभी निवेशों की तरह ही उनकी टीम भी प्रासंगिक जानकारी और विकास का मूल्यांकन करना जारी रखती है।
अप्रैल 2022 में IHC ने रिन्यूएबल एनर्जी ब्रांच अडानी ग्रीन एनर्जी और बिजली कंपनी अडानी ट्रांसमिशन में लगभग 500 मिलियन अमरीकी डॉलर और समूह की प्रमुख कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज में एक बिलियन अमेरीकी डॉलर का निवेश किया था। बाद में इसने AGEL में अपनी 1.26 प्रतिशत हिस्सेदारी और ATL में 1.41 प्रतिशत हिस्सेदारी बेच दी, जिसे अब अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड कहा जाता है, लेकिन अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर 5 प्रतिशत से अधिक कर दी।
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श्रीलंका बंदरगाह प्राधिकरण ने जताया भरोसा
दूसरी ओर श्रीलंका बंदरगाह प्राधिकरण ने अडानी ग्रुप के साथ अपनी साझेदारी में अपना निरंतर विश्वास व्यक्त किया है, क्योंकि भारतीय समूह देश के बंदरगाह बुनियादी ढांचे के विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। कोलंबो टर्मिनल में एक बिलियन अमेरीकी डॉलर के निवेश के साथ यह परियोजना श्रीलंका के बंदरगाह क्षेत्र में सबसे बड़ा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश बनने की ओर अग्रसर है।
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अडानी पोर्ट्स से समझौते के लिए प्रतिबद्ध है तंजानिया सरकार
श्रीलंका बंदरगाह प्राधिकरण के अध्यक्ष एडमिरल सिरीमेवन रणसिंघे (सेवानिवृत्त) ने कहा कि परियोजना को रद्द करने के बारे में कोई चर्चा नहीं हुई है। यह परियोजना अगले कुछ महीनों में चालू हो जाएगी। साथ ही तंजानिया सरकार ने अडानी पोर्ट्स के साथ अपने समझौतों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की फिर से पुष्टि की है, क्योंकि उसे लगता है कि चल रही परियोजनाओं के बारे में कोई चिंता नहीं है और सभी अनुबंध पूरी तरह से तंजानिया के कानून का अनुपालन करते हैं। मई 2024 में तंजानिया और अडानी पोर्ट्स ने दार एस सलाम बंदरगाह पर कंटेनर टर्मिनल 2 को संचालित करने के लिए 30 साल के रियायत समझौते को अंतिम रूप दिया। इसके अतिरिक्त अडानी पोर्ट्स ने सरकारी स्वामित्व वाली इकाई तंजानिया इंटरनेशनल कंटेनर टर्मिनल सर्विसेज में 95 प्रतिशत हिस्सेदारी 95 मिलियन अमेरिकी डॉलर में हासिल की।