अडानी ग्रुप की Ambuja Cements ने रचा इतिहास, ऐसा करने वाली बनी दुनिया की पहली सीमेंट कंपनी
Ambuja Cements Joins Alliance For Industry Decarbonization : अडानी ग्रुप का हिस्सा अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड अब अलायंस फॉर इंडस्ट्री डीकार्बनाइजेशन (AFID) में शामिल हो गई है। यह विभिन्न इंडस्ट्रीज की कंपनियों का एक वैश्विक संगठन है जो पेरिस समझौते की तर्ज पर नेट जीरो ट्रांजिशन बढ़ाने के लिए काम करता है। यह एनर्जी इंटेंसिव सेक्टर्स में निजी और सार्वजनिक क्षेत्र के हितधारकों के बीच अनुभव और इनसाइट्स एक्सचेंज करने के लिए एक ग्लोबल प्लेटफॉर्म है। बता दें कि अंबुजा दुनिया की पहली सीमेंट कंपनी है जो इस अलायंस का हिस्सा बनी है।
कुछ ऐसा है अंबुजा सीमेंट का प्लान
अंबुजा सीमेंट ने साल 2050 तक नेट जीरो का टारगेट तय किया है। ग्रीन एनर्जी को लेकर अपनी प्रतिबद्धता के हिस्से के तौर पर कंपनी ने वेस्ट हीट रिकवरी सिस्टम (WHRS) से 1 गीगावॉट कैपेसिटी और 376 मेगावॉट एनर्जी के रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट्स में 10 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्लान का एलान भी किया है। इसके जरिए कंपनी की योजना वित्त वर्ष 2028 तक ग्रीन पावर के जरिए अपनी विस्तारित क्षमता के 60 प्रतिशत हिस्से को पावर देने की है।
कार्बन फुटप्रिंट्स कम करेगी कंपनी
कंपनी का यह लक्ष्य उसके कार्बन फुटप्रिंट को कम करेगा और बेहतर आर्थिक एडवांटेज देगा। इसे लेकर अंबुजा सीमेंट्स के नॉन एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर करण अडानी ने कहा कि यह अंबुजा की सस्टेनेबल जर्नी में एक और बड़ा कदम है। उन्होंने आगे कहा कि हम पहले से ही विश्व स्तर पर सबसे कम उत्सर्जन इंटेंसिटी वाले सीमेंट उत्पादकों में आते हैं। इसके साथ ही हम अपने जीएचजी (ग्रीन हाउस गैस) के उत्सर्जन को और भी कम स्तर पर ले जाने के लिए कई रणनीतिक पहलों पर काम कर रहे हैं। करण अडानी ने कहा कि हम अपने पर्यावरण को लेकर अपनी जिम्मेदारी को समझते हैं।