Paytm पर अडानी की नजर, हिस्सेदारी खरीदने के लिए विजय शेखर से हुई बातचीत
Adani Group Can Buy Paytm : अडानी ग्रुप की नजर अब पेटीएम पर है। कंपनी पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस में हिस्सेदारी खरीदना चाहती है। इसके लिए दोनों कंपनियों के आपस में बातचीत भी चल रही है। सूत्रों के मुताबिक अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने पेटीएम के फाउंडर और CEO विजय शेखर शर्मा के साथ मुलाकात भी की है। यह मुलाकात अहमदाबाद में अडानी के ऑफिस में हुई। सूत्रों के मुताबिक इस मुलाकात में डील को अंतिम रूप देने पर चर्चा हुई। एक ही दिन पहले खबर आई थी कि अडानी ग्रुप डिजिटल पेमेंट में एंट्री करने की तैयारी में है। पेटीएम के साथ इस डील को इसी रूप में देखा जा रहा है।
इन्हें मिलेगी टक्कर
अगर अडानी और पेटीएम के बीच डील फाइनल हो जाती है तो अडानी ग्रुप फिनटेक क्षेत्र में गूगलपे, फोनपे और मुकेश अंबानी की जियो फाइनेंशियल को टक्कर देता नजर आएगा। अगर यह डील हो जाती है तो अडानी ग्रुप की अंबुजा सीमेंट और NDTV में हिस्सेदारी के बाद सबसे महत्वपूर्ण डील होगी। साथ ही इससे शायद पेटीएम को भी कुछ राहत मिलेगी क्योंकि भारतीय रिजर्व बैंक के पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर बैन लगाने के बाद से ही पेटीएम मुश्किलों में घिरा हुआ है।
पेटीएम में हिस्सेदारी खरीद सकता है अडानी ग्रुप।
लंबे समय से चर्चा में है यह डील
सूत्रों के मुताबिक अडानी और विजय शेखर के बीच यह डील पिछले लंबे समय से चल रही है। हालांकि अभी तक दोनों के बीच में कोई समझौता नहीं हो पाया है। वहीं दूसरी ओर अडानी ग्रुप पश्चिम एशिया के फंडों से भी बातचीत कर रहा है ताकि उन्हें वन 97 में निवेशक के रूप में लाया जा सके।
कंपनी में शर्मा की 19 फीसदी हिस्सेदारी
पेटीएम की पैरेंट वन97 कम्युनिकेशंस में विजय शेखर शर्मा की 19 फीसदी हिस्सेदारी है। मंगलवार को कंपनी के शेयर की कीमत 342 रुपये थी। इसके आधार पर विजय शेखर शर्मा के पास जो हिस्सेदारी है, उसकी कीमत 4218 करोड़ रुपये है। वहीं पेटीएम में विजय शेखर शर्मा की सीधी 9 फीसदी हिस्सेदारी है। वहीं एक विदेशी फर्म रेसिलिएंट एसेट मैनेजमेंट के जरिए उनकी 10 फीसदी हिस्सेदारी है। वन 97 की ओर से स्टॉक एक्सचेंजों में दाखिल डॉक्यूमेंट्स के अनुसार शर्मा और रेसिलिएंट पब्लिक शेयरहोल्डर के रूप में लिस्टेड हैं।
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क्या कहता है सेबी का नियम
सेबी के नियमों के अनुसार किसी टार्गेटेड कंपनी में 25 फीसदी से कम हिस्सेदारी रखनेवाले अधिग्रहणकर्ता को कंपनी की न्यूनतम 26 फीसदी हिस्सेदारी के लिए ओपन ऑफर देना होता है। अधिग्रहणकर्ता कंपनी की पूरी शेयर कैपिटल के लिए भी ओपन ऑफर दे सकता है। विजय शेखर शर्मा ने वन97 कम्युनिकेशंस की स्थापना साल 2007 में की थी। कंपनी का नवंबर 2021 में IPO आया था। यह देश का दूसरा सबसे बड़ा IPO था। इसका मार्केट कैप करीब 22 हजार करोड़ रुपये है।