Investment Management: इस एक प्लेटफॉर्म से ही मैनेज कर सकेंगे अपना सारा म्यूचुअल फंड इन्वेस्टमेंट
Investment Management: भारतीयों में इंवेस्टमेंट को लेकर बहुत जागरुकता है, लोग अपने फ्यूचर को बेहतर बनाने और अपनी इनकम को बढ़ाने के लिए म्यूचुअल फंड और अन्य निवेश प्लान का उपयोग करते हैं। आजकल म्यूचुअल फंड में इन्वेस्टमेंट तेजी से बढ़ रहा है। कुछ लोग म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करने के लिए थर्ड पार्टी ऐप का इस्तेमाल करते हैं या एक साथ कई SIP में निवेश किया है तो म्यूचुअल फंड सेंट्रल(MF Central) की मदद ले सकते हैं।
हाल ही में एक घटना सामने आई थी , जिसमें एक व्यक्ति ने थर्ड पार्टी ऐप के जरिए इन्वेस्ट किया था, लेकिन जब उन्होंने पैसे निकाला चाहा तो पता चला कि उनका इंवेस्टमेंट हुआ ही नहीं था। हालांकि उनके पैसे ऐप में दिख रहे थे। ऐसे में MF Central आपके सभी इंवेस्टमेंट पर नजर रखने में मदद करता है। यहां हम विस्तार से जानेंगे कि ये प्लेटफॉर्म कैसे और आपके लिए कितना मददगार है।
म्यूचुअल फंड सेंट्रल
यह एक इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट प्लेटफॉर्म है, जिसे Kfintech और CAMS ने पेश किया है। यह आपके सभी म्यूचुअल फंड के लिए एक सर्विस गेटवे की तरह काम करता है, जिससे आप अपने सभी निवेश पर नजर रख सकते हैं। ये प्लेटफॉर्म आपको ऑनलाइन धोखाधड़ी और हैकिंग से बचाता है। कंपनी का मानना है कि यह एक सुरक्षित प्लेटफॉर्म है, जो म्यूचुअल फंड ट्रांजैक्शन के लिए सुरक्षा और डेटा एन्क्रिप्शन लेयर के साथ तैयार किया गया है। MFCentral पोर्टल ने बताया है कि इन्वेस्टर्स का पर्सनल और इंवेस्टमेंट डेटा रजिस्ट्रार और ट्रांसफर एजेंट (RTA) के पास रहता है और उनके पास सुरक्षित है।
क्विक ऑप्शन
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कैसे बनाए अकाउंट?
प्लेटफॉर्म पर अकाउंट बनाने के लिए आपको अपना पैन और मोबाइल नंबर या ईमेल आईडी डालना होता है। इसके अलावा पोर्टल पर कुछ क्विक लिंक भी मिलते हैं, जो आपको पैन डिटेल अपडेट करने, पैन के लिए अप्लाई करने और ट्रांसमिशन रिक्वेस्ट करने की की सुविधा देते हैं। इस प्लेटफॉर्म पर आप अपने सभी म्यूचुअल फंड के पोर्टफोलियो देख सकते हैं। आप एसेट क्लास, फंड हाउस, रिटर्न, स्कीम लेवल होल्डिंग्स और परफॉर्मेंस के आधार पर अपनी एसेट की जांच कर सकते हैं। इसके अलावा आप बैंक मैंडेट बदलने, पर्सनल कॉन्टैक्ट डिटेल को अपडेट करने से लेकर IDCW में बदलाव करने तक कई सारे काम कर सकते हैं। एमएफ सेंट्रल पर निवेशक फोलियो का कनसोलिडेशन, माइनर से मेजर में स्टेटस चेंज, फोलियो डेटा में सुधार, कई बैंक मैंडेट दर्ज करना जैसे काम भी कर सकते हैं।