कमाल की ट्रिक! लोगों को लंच में खिलाए 12.50 लाख के पिज्जा, कमा लिए 8.34 करोड़ रुपये
Pizza Fixed Businessman Deal With Clients : एडवरटाइजिंग के तरीके इन दिनों काफी तेजी से बदल रहे हैं। आपके घर में आने वाले अखबार में आपने काफी पैम्फलेट देखे होंगे। कंपनियां अब इससे भी आगे जा रही हैं। लेकिन अमेरिका की एक कंपनी के मालिक ने एडवरटाइजिंग का जो तरीका अपनाया, वह काफी चर्चा में आ गया। इस कंपनी ने अपने क्लाइंट बनाने के लिए लोगों को लंच में पिज्जा खिलाया। इसका रिजल्ट भी मिला और कंपनी को कई क्लाइंट मिल गए।
जानें, क्या है मामला
26 साल के मैथ्यू पार्कहर्स्ट अमेरिकी कंपनी Antimetal के को-फाउंडर और CEO हैं। यह कंपनी दूसरी कंपनियों के लिए क्लाउड बेस्ड प्लेटफॉर्म मुहैया कराती है। बात अप्रैल की है। कंपनी अपने साथ कुछ क्लाइंट जोड़ना चाहती थी। वह लोगों को बताना चाहती थी कि मार्केट में उसका भी वजूद है और वह भी दूसरी कंपनियों को बिजनेस से जुड़ी क्लाउड सर्विस देना चाहती है। इसके लिए मैथ्यू ने कमाल की ट्रिक अपनाई।
पिज्जा के बॉक्स पर लिख दिया कंपनी के बारे में।
पिज्जा के बॉक्स पर किया कमाल
सबसे पहले मैथ्यू ने अपने टार्गेटेड क्लाइंट को चुना। इसमें उन्होंने वेंचर कैपिटल फर्म और ऐसे टेक इंफ्लुएंसर्स को चुना जिनके सोशल मीडिया अकाउंट पर काफी फॉलोअर्स थे। उन्होंने स्थानीय दो शॉप से 1000 पिज्जा लिए और इन्हें लंच में अपने संभावित क्लाइंट तक पहुंचाया। अपने संभावित क्लाइंट को प्रभावित करने के लिए मैथ्यू ने पिज्जा के बॉक्स पर अपनी कंपनी का नाम, कंपनी के बारे में और कॉन्टेक्ट इंफॉर्मेशन छपवाई। इसके लिए उन्होंने 15 हजार डॉलर (करीब 12.50 लाख रुपये) खर्च किए।
काम कर गई ट्रिक
मैथ्यू की यह ट्रिक काम कर गई। सीएनबीसी में प्रकाशित खबर के मुताबिक जिन लोगों को पिज्जा मिला, उनमें से 75 कंपनियां मैथ्यू की कंपनी की क्लाइंट बन गईं। दो महीने बाद उनका रेवेन्यू एक मिलियन डॉलर (करीब 8.34 करोड़ रुपये) बढ़ गया। इस बारे में मैथ्यू का कहना है कि रिटर्न पाने के लिए पहले निवेश करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि 1000 पिज्जा पर खर्च की गई रकम उनके लिए निवेश था। इस निवेश पर उन्हें अच्छा रिटर्न मिल गया है। मैथ्यू के मुताबिक यह काफी शानदार रहा क्योंकि हमने छोटे बिजनेस को सपोर्ट किया।
क्लाइंट को पसंद आया तरीका
जो कंपनियां मैथ्यू की कंपनी की क्लाइंट बनीं, उन्हें यह तरीका काफी पसंद आया। अमेरिका का डेटा एनालिसिस बेस्ड स्टार्टअप जूलियस एआई इस ट्रिक से काफी प्रभावित हुआ। इस कंपनी के सीईओ राहुल सोनवालकर ने बताया कि उन्हें Antimetal का नाम पहले सुना था लेकिन कभी इस पर ध्यान नहीं दिया। इसके बाद उनके ऑफिस में पिज्जा आया, जिस पर Antimetal के बारे में छपा हुआ था। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर देखा कि लोग Antimetal के बारे में चर्चा कर रहे हैं।
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