खत्म नहीं हो रहा Go First का संकट, EaseMyTrip ने बोली से हाथ खींचे
Go First Airlines : मुश्किलों में घिरी गो फर्स्ट की मुश्किलें और बढ़ती जा रही हैं। शनिवार को EaseMyTrip ने गो फर्स्ट एयरलाइंस के लिए बोली लगाने का फैसला वापस ले लिया। इसे लेकर EaseMyTrip के फाउंडर और सीईओ निशांत पिट्टी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक बयान भी जारी किया है। हिस्सेदारी वापस लेने पर निशांत पिट्टी ने X पर लिखा, 'हमने अपने मुख्य क्षेत्रों पर फोकस बढ़ाने के लिए गो एयर की बोली से हटने का फैसला किया है। हमारा ध्यान सतत विकास और सफलता हासिल करने के लिए अपनी विशेषज्ञता और संसाधनों का लाभ उठाने पर रहता है।'
बिजी बी के जरिए लगाई थी बोली
स्पाइसजेट के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर अजय सिंह ने निशांत पिट्टी की बिजी बी एविएशन प्राइवेट लिमिटेड के साथ मिलकर गो फर्स्ट के लिए फरवरी में बोली लगाई थी। उस समय एक बयान में कहा गया था कि नई एयरलाइन के लिए ऑपरेटिंग पार्टनर के तौर पर करेगी जैसे- जरूरी स्टाफ मुहैया कराना, सर्विसेज और इंडस्ट्रीज एक्सपर्टाइज आदि। बिजीबी एविएशन प्राइवेट लिमिटेड में EaseMyTrip की 51 फीसदी हिस्सेदारी है। बिजी बी निशांत की दूसरी कंपनी है।
मई से जमीन पर है गो फर्स्ट
गो फर्स्ट पिछले साल 3 मई से जमीन पर है। इसके किसी भी विमान ने उड़ान नहीं भरी है। कंपनी ने नकदी संकट का हवाला देते हुए हवाई सेवाएं बंद कर दी थीं। गौरतलब है कि हाल ही में दिल्ली हाईकोर्ट और DGCA ने एयरलाइन के 54 विमानों का पंजीकरण रद्द कर दिया गया था। कंपनी पर बैंकों के करीब 6500 करोड़ रुपये बकाया हैं।
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EaseMyTrip का बढ़ गया रेवेन्यू
EaseMyTrip ने हाल ही में अपने चौथी तिमाही के नतीजे घोषित किए हैं। कंपनी को वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में 15.75 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। वहीं पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में कंपनी को 31.15 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। वहीं दूसरी ओर रेवेन्यू के मामले में कंपनी ने अच्छा प्रदर्शन किया है। कंपनी का रेवेन्यू 40 फीसदी उछलकर 164.04 करोड़ रुपये हो गया है। चौथी तिमाही में कामकाजी मुनाफा सालाना आधार पर 24 फीसदी बढ़कर 57.70 करोड़ रुपये हो गया है।