रुला रही चांदी, सोने ने बंधाई हिम्मत; जानें सिल्वर की चमक फीकी होने के कारण
Gold Silver Price Weekly Analysis : सोने और चांदी में निवेश इन दिनों लोगों को टेंशन दे रहा है। कारण है कि इसमें इस महीने रिटर्न ही नहीं मिला है। चांदी की हालत तो और भी खराब है। चांदी की चमक लगातार फीकी पड़ती जा रही है। इस हफ्ते भी चांदी ने निवेशकों का घाटा करा दिया। पिछले हफ्ते भी चांदी ने निराश किया था। हालांकि इस हफ्ते सोने ने निवेशकों को थोड़ी हिम्मत दी है। लेकिन पिछले हफ्ते सोने ने भी अच्छा रिटर्न नहीं दिया था और निवेशकों को घाटा हुआ।
सोने ने दिया नाम मात्र का रिटर्न
इस हफ्ते सोने ने नाम मात्र का रिटर्न दिया है। सोमवार को 22 कैरेट गोल्ड की कीमत 65,700 रुपये प्रति 10 ग्राम थी। आज यह 66,500 रुपये प्रति 10 ग्राम है। ऐसे में देखा जाए तो 22 कैरेट सोने ने इस हफ्ते 800 रुपये (1.21%) का रिटर्न दिया है। वहीं बात अगर 24 कैरेट के सोने की करें तो सोमवार को इसकी कीमत 71,670 रुपये प्रति 10 ग्राम थी। आज यह 72,550 रुपये प्रति 10 ग्राम है। ऐसे में इसने इस हफ्ते 880 रुपये (1.22%) का रिटर्न दिया है। पिछले हफ्ते 22 कैरेट और 24 कैरेट, दोनों तरह के सोने ने निवेशकों का नुकसान किया था।
चांदी ने दिया झटका
चांदी की चमक इस महीने लगातार फीकी हो रही है। इस हफ्ते भी इसने निवेशकों को घाटा पहुंचाया है। इस हफ्ते यह घाटा पिछले हफ्ते के मुकाबले कम है। सोमवार को चांदी की कीमत 91,500 रुपये प्रति किलो थी। आज यह गिरकर 91,000 रुपये प्रति किलो रह गई है। ऐसे में निवेशकों को इसमें इस हफ्ते 500 रुपये का नुकसान हुआ है। यह नुकसान पिछले हफ्ते 1300 रुपये था।
साेने पर 15 दिन में रिटर्न शून्य, चांदी में 2500 रुपये का नुकसान
इस महीने चांदी ने निवेशकों का हालत खराब कर दी है। पिछले महीने यानी मई में जहां चांदी ने निवेशकों को बंपर रिटर्न दिया था तो इसने इस महीने अभी 15 दिनों में निवेशकों का 2500 रुपये का नुकसान किया है। वहीं सोने ने इन 15 दिनों में निवेशकों को खाली हाथ रखा है यानी इसने कुछ भी रिटर्न नहीं दिया। सोने की जो कीमत 1 जून को थी, वहीं कीमत आज भी है।
इसलिए कम हो रही है चांदी की कीमत
- चांदी की कीमत कम होने का सबसे बड़ा कारण है कि अभी दुनियाभर में इलेक्ट्रोनिक इंडस्ट्री का बाजार कुछ ठंडा है। ऐसा इसलिए क्योंकि चांदी का अब ज्यादातर इस्तेमाल इंडस्ट्री में किया जाने लगा है। चीन में इंस्ट्रियल मेटल्स की मांग में गिरावट आई है।
- अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। चांदी की चमक इसलिए भी फीकी थी कि बाजार को उम्मीद थी कि फेडरल बैंक ब्याज दरों में कमी करेगा, जो उसने नहीं किया। अब बैंक की अगली मीटिंग सितंबर में होगी। इस समय भी ब्याज दर घटने की उम्मीद कम है।
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