IIT के स्टूडेंट्स पर महंगाई की मार! कम हो गई सैलरी, टॉप ऑफर में भी आई कमी
IIT Students Annual Salary Down : देश के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थान IIT (इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी) से पास हुए स्टूडेंट्स पर लगता है महंगाई की मार दिखाई दे रही है। शायद यही कारण है कि इस बार इन स्टूडेंट्स को कंपनियों की ओर से कम सैलरी ऑफर की गई है। वहीं पिछले साल इस बार के मुकाबले ज्यादा सैलरी थी। कुछ समय पहले खबर आई थी कि IIT के काफी स्टूडेंट्स को इस बार जॉब भी नहीं मिली है। वहीं इस बार कम सैलरी की बात सामने आने पर यह सवालिया निशान लगने लगा है कि कहीं IIT की पढ़ाई की चमक फीकी तो नहीं पड़ रही?
इस बार कितनी ऑफर हुई सैलरी
Deloitte एंड TeamLease की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस बार IIT के स्टूडेंट्स की सैलरी में पिछले साल के मुकाबले गिरावट आई है। इस बार स्टूडेंट्स को सालाना औसतन 15 से 16 लाख रुपये की सैलरी ऑफर की गई है। वहीं पिछले साल स्टूडेंट्स को सालाना औसतन 18 से 20 लाख रुपये की सालाना सैलरी ऑफर की गई थी।
TeamLease (Degree Apprenticeship) के CEO अल्लुरी रेड्डी के मुताबिक जिन छात्रों की सैलरी में गिरावट आई है, वे IIT के 7 पुराने इंस्टिट्यूट (बॉम्बे, दिल्ली, मद्रास, खड़गपुर, कानपुर, रुड़की और गुवाहाटी) के छात्र हैं। IIT के नए कैंपस में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स की सैलरी में भी कमी आई है। वहीं IIT Ropar (रूपनगर, पंजाब) में प्लेसमेंट अधिकारी प्रीति गर्ग के मुताबिक सैलरी में गिरावट मामूली है। पिछले साल सैलरी पैकेज औसतन 18 लाख रुपये था जो इस बार 17 लाख रुपये है।
टॉप ऑफर में भी गिरावट आई है।
टॉप ऑफर में भी आई कमी
एक समय था जब खबरें आती थीं कि IIT से पास होने वाले छात्रों को करोड़ों रुपये का सालाना पैकेज मिला है। कंपनियां स्टूडेंट्स को दिल खोलकर सैलरी देती थीं और उन्हें अपने यहां भर्ती करती थीं। लेकिन अब इसमें भी गिरावट देखी गई है। इकोनॉमिक टाइम्स में छपी इस खबर के मुताबिक इस बार टॉप ऑफर में भी करीब 50 फीसदी की गिरावट आई है। पिछले साल टॉप ऑफर 4 करोड़ रुपये था।
इन कारणों से आई सैलरी में कमी
- दुनिया में इस समय अर्थव्यवस्था की स्थिति काफी सुस्त है। ऐसे में कंपनियां नई हायरिंग करने से बच रही हैं। और अगर कर रही हैं तो बहुत ज्यादा नहीं और बहुत ज्यादा सैलरी पर नहीं।
- रेड्डी के मुताबिक काफी इंडस्ट्री इस समय मैन्युफैक्चरिंग और इलेक्ट्रिक व्हीकल इंडस्ट्री की ओर शिफ्ट हो रही हैं। इसमें कंप्टिशन भी बढ़ रहा है। ऐसे में कंपनियां फुल टाइम एम्प्लॉई की जगह इंटर्नशिप को बढ़ावा दे रही हैं।
- TeamLease के मुताबिक कंपनी फ्रेशर के मुकाबले अनुभव को तवज्जो दे रही हैं। यही कारण है कि कंपनियां जहां अनुभवी को करोड़ों रुपये का पैकेज दे रही हैं तो वहीं फ्रेशर को कुछ लाख रुपये ही दे पा रही हैं।
स्टूडेंट्स को नहीं मिल रही नौकरी
रिपोर्ट के मुताबिक IIT से पढ़े स्टूडेंट्स को जॉब मिलने में भी परेशानी आ रही है। साल 2022 में सिर्फ 14,490 को ही जॉब मिल पाई, जबकि कुल IIT स्टूडेंट्स की संख्या 17,900 थी। यानी 3410 स्टूडेंट्स को कोई नौकरी नहीं मिली। यह आंकड़ा 19 फीसदी रहा। इसी प्रकार अगले साल 2023 में 38 फीसदी स्टूडेंट्स को कोई जॉब नहीं मिली।
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