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भारतवंशी ऋषि शाह कौन? जिसे हजारों करोड़ की ठगी में अमेरिका में सजा, जीता है आलीशान लाइफ

Know About Rishi Shah : भारतीय मूल के अमेरिकी बिजनेसमैन ऋषि शाह की लाइफ कम खर्चीली नहीं रही है। धोखाधड़ी के मामले में इन्हें अमेरिकी कोर्ट ने 7.5 साल की सजा सुनाई है। उन पर आरोप है कि इन्होंने गोल्डमैन सैक्स ग्रुप इंक, अल्फाबेट आदि कंपनियों से हजारों करोड़ रुपये की ठगी की है। जानें, कौन है ऋषि:
06:55 PM Jul 03, 2024 IST | Rajesh Bharti
ऋषि शाह को कोर्ट ने 7.5 साल की सजा सुनाई है।
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Know About Rishi Shah : भारतीय मूल के अमेरिकी बिजनेसमैन ऋषि शाह इस समय चर्चा में हैं। इन्हें अमेरिकी कोर्ट ने 7.5 साल की सजा सुनाई है। इन पर आरोप हैं कि उन्होंने गोल्डमैन सैक्स ग्रुप इंक, गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट इंक और इलिनोइस के गवर्नर जेबी प्रिट्जकर की वेंचर कैपिटल फर्म जैसे हाई-प्रोफाइल निवेशकों को बिजनेस में धोखा दिया है और इन कंपनियों के 8.35 हजार करोड़ रुपये ठगे हैं। वैसे ऋषि शाह की लाइफ कम खर्चीली नहीं रही है। डॉक्टर परिवार में पैदा हुए ऋषि ने ऐशो-आराम की जिंदगी जी है। लेकिन अब उन्हें 7.5 साल जेल में काटने होंगे।

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पहले जानें क्या है मामला

38 साल के ऋषि ने साल 2006 में कॉन्टेक्स्ट मीडिया नाम से एक कंपनी शुरू की। साल 2016 में इसका नाम आउटकम हेल्थ कर दिया गया। यह इसके को-फाउंडर और CEO थे। इनकी इस कंपनी में 38 साल की श्रद्धा अग्रवाल भी को-फाउंडर थीं। इन्हें भी 3 साल की सजा हुई है। आउटकम कंपनी का काम था कि यह डॉक्टरों के ऑफिस में टीवी और टैबलेट लगती थी।

इस टीवी और टैबलेट पर फार्मा कंपनियों के विज्ञापन आते थे, जिसके एवज में ऋषि की कंपनी फार्मा कंपनियों से पैसा लेती थी। इन्होंने फार्मा और दूसरी कंपनियों से विज्ञापन का पैसा तो पूरा लिया लेकिन विज्ञापन या तो दिखाए नहीं या कम समय के लिए दिखाए या कम स्क्रीन पर दिखाए। साथ ही इन पर टैबलेट में भी मरीजों के इस्तेमाल को लेकर धोखाधड़ी के आरोप लगे। इनकी कंपनी में निवेश करने वाली कंपनियों का कहना है कि ऋषि ने जो आंकड़े बताकर निवेश करवाया, वे सारे आंकड़े झूठे थे। बाद में इन कंपनियों ने ऋषि और इनकी टीम के खिलाफ केस दायर किया।

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शान की जिंदगी जीता है ऋषि शाह

ऋषि शाह शान की जिंदगी जीता है। साल 1986 में अमेरिका के ओक ब्रुक में पैदा हुए ऋषि ने 2005 में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के समर इकोनॉमिक्स प्रोग्राम में हिस्सा लिया था। उन्होंने नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी में पढ़ाई की और फिर बिजनेस शुरू करने के लिए पढ़ाई छोड़ दी। ऋषि पर आरोप है कि इन्होंने निवेशकों से मिली रकम का ज्यादातर हिस्सा अपने ऐशो-आराम पर खर्च किया। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक ऋषि ने 83 करोड़ रुपये का बंगला खरीदा था। वह अक्सर विदेश ट्रिप पर भी जाता रहता है। यही नहीं, उनके पास प्राइवेट जेट और एक बोट भी है। शाह जंपस्टार्ट वेंचर्स के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर भी हैं।

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Fraud caserishi shah
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