SEBI की कार्रवाई से ताश के पत्तों की तरह बिखरे इस कंपनी के शेयर, आपने तो नहीं लगाया पैसा?
SEBI Action: बाजार नियामक सेबी ने गलत तरीके से फंड जुटाने सहित कई गंभीर आरोपों के चलते मिष्ठान फूड्स लिमिटेड (Mishtann Foods Ltd - MFL) पर बड़ी कार्रवाई की है। सेबी ने कंपनी और उसके प्रमोटर एवं CMD हितेशकुमार गौरीशंकर पटेल को अगले आदेश तक प्रतिभूति बाजारों में किसी भी तरह के लेनदेन से प्रतिबंधित कर दिया है। साथ ही SEBI ने यह भी कहा है कि MFL को वह फंड लौटाना होगा, जो उसने ग्रुप की इकाइयों के जरिए गलत तरीके से जुटाया और कंपनी के प्रमोटर एवं डायरेक्टर्स को डायवर्ट किया।
इन पर लगाया बैन
SEBI ने मिष्ठान फूड्स लिमिटेड को जनता से धन जुटाने से भी रोक दिया। इसके अलावा, बाजार नियामक ने हितेशकुमार, नवीनचंद्र पटेल (CFO), रविकुमार पटेल (पूर्व CFO) और जतिनभाई पटेल (पूर्व पूर्णकालिक निदेशक) सहित 12 संस्थाओं को अगले आदेश तक बैन कर दिया है। सेबी के ऑर्डर में कहा गया है कि कंपनी को 49.12 करोड़ रुपए के राइट्स इश्यू और 47.10 करोड़ के उन फंड्स को वापस करना होगा, जिसे गलत ढंग से कंपनी के प्रमोटर, निदेशकों और उनके रिश्तेदारों को डायवर्ट किया गया। सेबी की कार्रवाई के बाद कंपनी के शेयर आज करीब 20% तक टूट गए हैं।
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क्या मिला जांच में?
सेबी ने अपनी जांच में पाया है कि MFL के वित्तीय खातों में गड़बड़ी है। कंपनी द्वारा फर्जी ट्रांजैक्शंस के जरिए खरीद एवं बिक्री के आंकड़ों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया। बिक्री के आंकड़ों की तुलना में इन्वेंट्री बहुत कम रही। जांच के दौरान सेबी ने पाया कि एमएफएल के सार्वजनिक शेयरधारकों की संख्या वित्त वर्ष 2018 के आखिर में मात्र 516 थी, जो सितंबर 2024 तिमाही के आखिर तक 4.23 लाख तक पहुंच गई। कंपनी के प्रमोटर हितेशकुमार ने जुलाई-अगस्त के दौरान एमएफएल के शेयर बेचे, जिससे उन्हें करीब 50 करोड़ रुपए मिले। मार्च 2024 तिमाही से प्रमोटर की हिस्सेदारी घट रही है।
इस तरह जुटाई रकम
मिष्ठान फूड्स नेपिछले साल मई में लगभग 150 करोड़ के राइट्स इश्यू के लिए सेबी के पास दस्तावेज दाखिल किये थे, लेकिन बाद में उसे वापस ले लिया गया। कंपनी ने अप्रैल 2024 में 49.9 करोड़ रुपए का राइट्स इश्यू पेश किया और इश्यू की आय को गलत ढंग से कंपनी के प्रमोटर और डायरेक्टर्स को डायवर्ट किया गया। इसी साल अगस्त में, कंपनी ने दूसरे राइट्स इश्यू के लिए सेबी में नया ड्राफ्ट लेटर ऑफ ऑफर दाखिल किया था।
BSE को दिया ये निर्देश
बाजार नियामक SEBI ने बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) को अगले आदेश तक MFL द्वारा दायर किसी भी राइट्स इश्यू आवेदन को मंजूरी नहीं देने का भी निर्देश दिया है। साथ ही उसने कंपनी, उसके प्रमुख अधिकारियों सहित 12 संस्थाओं को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है। सभी को 21 दिनों के अंदर इसका जवाब देना होगा। बता दें कि हितेशकुमार गौरीशंकर पटेल कंपनी के एकमात्र प्रमोटर हैं और उनके पास कंपनी के शेयरों में तकरीबन 43% हिस्सेदारी है।