बाजार खुलते ही धड़ाम हुआ सेंसेक्स, इस धीमी शुरुआत की क्या है वजह?
Stock Market Updates: शेयर बाजार के लिए इस सप्ताह की शुरुआत खास अच्छी नहीं रही है। आज बाजार खुलते ही सेंसेक्स लाल हो गया। खबर लिखे जाने तक BSE सेंसेक्स 196.33 अंकों के नुकसान के साथ 79,606.46 पर पहुंच गया था। हालांकि, NSE निफ्टी 28.80 अंकों की बढ़त के साथ 24,159.90 पर कारोबार कर रहा था। दरअसल, सितंबर तिमाही के लिए उम्मीद से कम जीडीपी वृद्धि के आंकड़ों के चलते बाजार ने सोमवार को धीमी शुरुआत की है। बाजार खुलने के बाद, केवल 6 शेयर हरे निशान में कारोबार कर रहे थे, जिनमें मारुति सुजुकी (1.93%) सबसे आगे रहा। इसके बाद सन फार्मा, महिंद्रा एंड महिंद्रा, अडानी पोर्ट्स एंड एसईजेड, अल्ट्राटेक सीमेंट और टेक महिंद्रा में तेजी देखी गई।
ऐसी हुई शुरुआत
वहीं, NTPC TCS, इंडसइंड बैंक, लार्सन एंड टुब्रो और इंफोसिस जैसे दिग्गज शेयरों में गिरावट दिखाई दी। इस दौरान, निफ्टी 50 के 16 शेयर पॉजिटिव रुझान के साथ कारोबार करते रहे. सभी सेक्टर्स में, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स इंडेक्स में सबसे अधिक 0.57% की वृद्धि हुई, जिसके बाद हेल्थकेयर, फार्मा, मीडिया और ऑटो सूचकांकों का स्थान रहा। गिरावट की बात करें तो, ऑयल एंड गैस इंडेक्स में सबसे अधिक 0.98% की गिरावट आई, जिसके बाद बैंक, एफएमसीजी, वित्तीय सेवा, आईटी और मेटल सूचकांकों का स्थान रहा। निफ्टी मिडकैप 100 में 0.10% और निफ्टी स्मॉलकैप 100 में 0.04% की वृद्धि दर्ज हुई।
एशिया के बाजारों का हाल
उधर, एशिया-प्रशांत क्षेत्र के बाजार मिलाजुला कारोबार कर रहे हैं। सप्ताहांत में, चीन का November Manufacturing PMI 50.3 पर आया था, जो अप्रैल के बाद से इसका उच्चतम स्तर है। यह आंकड़ा एक सर्वेक्षण में अर्थशास्त्रियों द्वारा अपेक्षित 50.2 से अधिक है। CSI 300 0.57 प्रतिशत की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा है और शंघाई कंपोजिट में भी 0.36 प्रतिशत बढ़त है। इसी तरह, हांगकांग का हैंग सेंग सूचकांक 0.73 प्रतिशत की बढ़त कायम कर चुका है। जापान का बेंचमार्क निक्केई 225 में 0.31 प्रतिशत की गिरावट दर्ज हुई है।
RBI की बैठक पर नज़र
माना जा रहा है कि सितंबर तिमाही के लिए उम्मीद से कम जीडीपी वृद्धि के आंकड़ों के चलते बाजार की चाल प्रभावित हुई है। इस हफ्ते मार्केट की चाल कई कारकों पर निर्भर करेगी। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता वाली छह सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक 4-6 दिसंबर के होनी है। इस बैठक में नीतिगत ब्याज दरों पर क्या फैसला होता है, उस पर बाजार की नजर रहेगी। दूसरी तिमाही में GDP की वृद्धि दर उम्मीद से कम रहने और ब्याज दरों में कटौती की मांग के बीच RBI की यह बैठक बेहद अहम होने वाली है। RBI पिछली कई बार से ब्याज दरों में बदलाव से बचता आ रहा है।
(डिस्क्लेमर: यहां बताई गई जानकारी शेयर खरीदने की सलाह नहीं है। शेयर बाजार में निवेश सोच-समझकर और अपने विवेक के आधार पर करें)।