Success Story Of John Paul Dejoria : कभी थे गली के गुंडे, टीचर के कहने पर बदला रास्ता, आज 17 हजार करोड़ रुपये की कंपनी के मालिक
Success Story Of John Paul Dejoria : साल 1924 को अमेरिका में जन्में जॉन पॉल डिजोरिया ने कभी नहीं सोचा था कि वह इतने बड़े बिजनेसमैन बनेंगे। बचपन गरीबी में बीता। पैरों पर ढंग से खड़ा होना सीखा ही था कि माता-पिता के बीच तलाक हो गया। मां ने उन्हें अपने पास रखा। थोड़े ही दिन गुजरे थे कि मां ने आर्थिक तंगी के कारण उन्हें फोस्टर होम छोड़ दिया। फोस्टर होम वह जगह होती है जहां नवजात बच्चों को देखभाल के लिए रखा जाता है। वह यहां 9 साल की उम्र तक रहे। इसके बाद वह अपनी मां के पास लौट आए। घर का खर्च उठाने के लिए उन्होंने अपने बड़े भाई के साथ क्रिसमस कार्ड और न्यूज पेपर बेचने शुरू किए। बाद में उन्होंने एक कंपनी शुरू की जिसकी वैल्यू आज करीब 17 हजार करोड़ रुपये है। वहीं जॉन की कुल नेटवर्थ 3 बिलियन अमेरिकी डॉलर (करीब 25 हजार करोड़ रुपये) है।
कई तरह के काम करके किया गुजर-बसर
जॉन का बचपन काफी संघर्षों से भरा रहा है। जब वह थोड़े बड़े हो गए तो उन्होंने अमेरिकी नेवी में 2 साल तक अपनी सेवाएं दीं। इसके बाद भी आर्थिक तंगी कम नहीं हुई। उन्होंने गुजर-बसर करने के लिए चौकीदारी से लेकर इंश्योरेंस तक बेचे। जब वह युवा थे तो एक स्ट्रीट गैंग में शामिल हो गए। हालांकि जब उनके मैथ्स के टीचर को इस बारे में पता चला तो उन्होंने जॉन को काफी डांटा और उस गैंग का साथ छोड़ने के लिए कहा। इसके बाद जॉन उस गैंग से दूर हो गए।
John Paul Dejoria
ऐसे रखा बिजनेस की दुनिया में कदम
जॉन जब इंश्योरेंस बेचते थे तो उसके बाद उन्होंने रेडकेन लेबोरेट्रीज नाम की कंपनी में जॉब शुरू की। यहां पर वह हेयर केयर से जुड़ा काम करते थे। हालांकि कुछ समय बाद उन्हें वहां से निकाल दिया गया। इसके बाद साल 1980 में जॉन ने 700 डॉलर का लोन लिया और हेयर ड्रेसर पॉल मिशेल के साथ जॉन पॉल मिशेल सिस्टम्स नाम से कंपनी बनाई। यह कंपनी हेयर केयर से जुड़े प्रोडक्ट बनाती थी। कंपनी बनाने के कुछ समय बाद जॉन के पार्टनर पॉल मिशेल की मृत्यु हो गई। अब बिजनेस की पूरी जिम्मेदारी जॉन के ऊपर आ गई। उन्होंने लगातार मेहनत की और बाद में पैट्रोन टकीला स्पिरिट़्स कंपनी की स्थापना की। धीरे-धीरे यह कंपनी दुनियाभर में फेमस हो गई। इस कंपनी की वैल्यू आज 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर (करीब 17 हजार करोड़ रुपये) है।
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करते हैं दिल खोलकर दान
जॉन समाजसेवी भी हैं और दिल खोलकर दान करते हैं। जॉन साल 2011 में बिल गेट्स और वॉरेन बफे की ‘द गिविंग प्लेज’ से सहमत हुए। इस प्लेज अथवा कसम के लिए तहत अपनी कमाई की आधी रकम दान करनी है ताकि दुनिया की बेहतरी की दिशा में काम हो सके। जॉन की एक फाउंडेशन भी है जो दुनिया में पर्यावरण बचाने, गरीबों की मदद करने और पशुओं के अधिकारों के लिए काम करती है।