10,000 कर्ज लेकर शुरू क‍िया ब‍िजनेस, आज 2 लाख करोड़ की नेटवर्थ, अब 4500 कर्मचार‍ियों को घुमाने ले जाएंगे व‍िदेश

Success Story: इन द‍िनों एक खबर चर्चा में है। एक कंपनी अपने 4500 कर्मचार‍ियों को दो हफ्तों के ल‍िए व‍िदेश घुमाने ले जा रही है। आइए जानते हैं क‍ि आख‍िर यह कंपनी कौन सी है और कौन इनके माल‍िक हैं? उन्‍होंने कैसे अपने सफर की शुरुआत की।

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Dilip Shanghvi

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Indian company taking 4,500 employees on a tour to Vietnam: भारत की एक कंपनी इन द‍िनों खासी चर्चा में है। भारतीय कंपनी अपने कर्मचार‍ियों के ल‍िए कुछ नया करने जा रही है। अपने 1-2 नहीं बल्‍क‍ि 4500 कर्मचार‍ियों को इस हफ्ते व‍िदेश घुमाने ले जा रही है। वो भी दो हफ्तों के ल‍िए। इस कंपनी का नाम है सन फार्मास्‍यूट‍िकल इंडस्‍ट्रीज (Sun Pharmaceutical Industries)। और इस कंपनी के माल‍िक हैं द‍िलीप सांघवी, जो देश के पांचवें सबसे अमीर शख्‍स हैं।

यह कंपनी अपने कर्मचार‍ियों की खुश‍ियों पर भी ध्‍यान रखना चाहती है। इसी वजह से वह उन्‍हें व‍ियतनाम के हनोई, न‍िह ब‍िन्‍ह, हा लॉन्‍ग बे जैसे फेमस टूर‍िस्‍ट प्‍लेस घुमाने ले जा रही है। वो भी अपने खर्चे पर। फोर्ब्‍स ने दो द‍िन पहले इस कंपनी के माल‍िक द‍िलीप सांघवी की नेटवर्थ 29.3 ब‍िल‍ियन डॉलर यानी 2.46 हजार करोड़ रुपये है। हालांक‍ि कंपनी के ल‍िए अर्श पर पहुंचने का सफर कतई आसान नहीं था और द‍िलीप सांघवी की कड़ी मेहनत का ही यह नतीजा है।

प‍िता चलाते थे छोटी सी कंपनी

साल 1955 में गुजरात के छोटे से कस्‍बे में जन्‍मे द‍िलीप सांघवी का बचपन कोलकाता में बीता। उनके प‍िता एक छोटी सी फार्मा ट्रेड‍िंग कंपनी चलाते थे और ब्रांडेड व जेनेर‍िक दवाएं बेचा करते थे। पढ़ाई के साथ-साथ सांघवी अपने प‍िता की ब‍िजनेस में मदद भी करते थे। हालांक‍ि जल्‍द ही वह अपने प‍िता की मदद दवाओं के ड‍िस्‍ट्रिब्‍यूशन से ज्‍यादा उन्‍हें बनाने में मदद करने लगे।

10 हजार रुपये के कर्ज से की शुरुआत

इस शुरुआत ने उन्‍हें एक नया रास्‍ता द‍िखा द‍िया। ग्रेजुएशन पूरी करने के बाद उन्‍होंने 10 हजार रुपये उधार लेकर ब‍िजनेस पार्टनर प्रदीप घोष के साथ म‍िलकर सन फार्मास्‍यूट‍िकल की शुरुआत की। गुजरात के वापी में शुरू की गई इस कंपनी ने शुरू में बाइपोलर ड‍िस्‍ऑर्डर की दवा बनाना शुरू क‍िया। बाद में यह कारोबार बढ़ता चला गया। आज वह कंपनी के चेयरमैन और मैनेज‍िंग डायरेक्‍टर हैं और सालाना रेवेन्‍यू 41 हजार करोड़ रुपये है।

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फ‍िर पीछे मुड़कर नहीं देखा

द‍िलीप सांघवी ने एक बार जो शुरुआत की फ‍िर पीछे मुड़कर नहीं देखा। शेयर मार्केट में भी उन्‍होंने धूम मचा दी। 1997 में उन्‍होंने अपने कारोबार को अमेर‍िका तक फैलाया और Caraco Pharmaceuticals का अध‍िग्रहण कर ल‍िया। साल 2014 में कंपनी ने अपना सबसे बड़ा अध‍िग्रहण क‍िया और रैनबेक्‍सी लेबोरेटरी को खरीद ल‍िया। इस कदम से बहुत लोग हैरान हो गए। इस पर बहुत चर्चा हुई, लेक‍िन 2015 में यह डील फाइनल हो गई तो इससे सन फार्मा का कद और भी ज्‍यादा बढ़ गया।

मुकेश अंबानी को पीछे छोड़ा

उनकी सफलता के अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है क‍ि उस साल उन्‍होंने मुकेश अंबानी को भी पीछे छोड़ द‍िया और वह भारत के सबसे अमीर शख्‍स बन गए थे। प‍िछले साल मार्च में सन फार्मा ने मैसाचुसेट्स की Concert Pharmaceuticals को भी खरीद ल‍िया है। द‍िलीप सांघवी ने सफलता के नए आयाम छुए, लेक‍िन वह सार्वजन‍िक मंच पर वह कम ही नजर आते हैं।

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