होमखेलवीडियोधर्म
मनोरंजन.. | मनोरंजन
टेकदेश
प्रदेश | पंजाबहिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारउत्तर प्रदेश / उत्तराखंडगुजरातछत्तीसगढ़दिल्लीझारखंड
धर्म/ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियावेब स्टोरीजबिजनेसहेल्थएक्सप्लेनरफैक्ट चेक ओपिनियननॉलेजनौकरीभारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस
Advertisement

बस्तर के विकास पर हुई चर्चा, काजू-कॉफी समेत मिर्च उत्पादन को भी दिया जाएगा बढ़ावा

Bastar Development Discussion: छत्तीसगढ़ के विकास के लिए सहकारिता विभाग के सचिव ने एक बैठक बुलाई है, जिसमें उन्होंने बस्तर के काजू, कॉफी, मिर्च और सिसल के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए कहा है।
07:56 PM Jun 28, 2024 IST | Pooja Mishra
Advertisement

Bastar Development Discussion: छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय की सरकार विकास के लिए हर मुम्मकिन काम कर रही है। साय सरकार प्रदेश के कोने-कोने तक विकास को पहुंचाने का काम कर रही है। इसी सिलसिले में जगदलपुर में सहकारिता विभाग के सचिव ने एक बैठक बुलाई, जिसमें एनआरएलएम (NRLM) , वन, सहकारिता, नाबार्ड, सहित बाकी विभाग से जुड़े समूहों के आर्थिक विकास कार्ययोजनाओं पर की चर्चा गई। इस बैठक में सहकारिता विभाग के सचिव ने जोर देकर बस्तर के काजू, कॉफी, मिर्च और सिसल के उत्पादन बढ़ावा देने के लिए कहा है।

Advertisement

बस्तर के विकास पर चर्चा

बैठक में बस्तर के विकास पर चर्चा करते हुए सहकारिता विभाग के सचिव डॉ. सीआर प्रसन्ना ने कहा कि बस्तर में पैदा होने वाले काजू, कॉफी, मिर्च और सिसल को बढ़ावा देना क्षेत्र के विकास के लिए बहुत ही जरूरी है। इन चीजों कि मार्केट में अधिक मांग को देखते हुए इनकी पैदावार को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। सचिव ने बताया कि सहकारिता विभाग द्वारा इनके उत्पादन के लिए दी जा रही सब्सिडी का उपयोग ग्रामीणों को रोजगार देने और उनके आर्थिक विकास के लिए किया जा सकता है। इसके अलावा सचिव प्रसन्ना ने एनआरएलएम, सहकारिता, नाबार्ड, वन सहित बाकी विभाग से जुड़े समूहों के आर्थिक विकास पर भी चर्चा हुई।

यह भी पढ़ें: ‘दुनियाभर में पहुंच रहा है भारत का आयुर्वेद’, आरोग्य मेले के उद्घाटन पर बोले छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री

Advertisement

इन उत्पादन को दिया जाएगा बढ़ावा

इस मौके पर जिले कलेक्टर विजय दयाराम के ने बताया कि जिले के बस्तर, बकावंड विकासखंड क्षेत्र में मिर्च, काजू और सिसल का तथा दरभा इलाके में कॉफी का अच्छा उत्पादन होता है। इस पर विभागों के द्वारा व्यापक कार्ययोजना बनाकर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी। इस पर सचिव ने कहा कि उत्पाद को बढ़ावा देने के लिए पहले स्तर के प्रोसेसिंग प्लांट की पहल की जा सकती है। इसके बाद बाय प्रोडक्ट की ओर बढ़ा जा सकता है।

Open in App
Advertisement
Tags :
Chhattisgarh
Advertisement
Advertisement