होमखेलवीडियोधर्म मनोरंजन..गैजेट्सदेश
प्रदेश | हिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारदिल्लीपंजाबझारखंडछत्तीसगढ़गुजरातउत्तर प्रदेश / उत्तराखंड
ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियावेब स्टोरीजबिजनेसहेल्थExplainerFact CheckOpinionनॉलेजनौकरीभारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस
Advertisement

छत्तीसगढ़ के किसान ने जैविक खेती से मिट्टी को बनाया सोना, CM विष्णुदेव साय से हो चुके हैं सम्मानित

Chhattisgarh Farmer Raman Lal Sahu: छत्तीसगढ़ सरकारी की योजनाओं से प्रेरित हो कर धमतरी के किसान रमन लाल साहू ने जैविक खेती शुरू की। कुछ दिनों पहले मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने उन्हें जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए सम्मानित किया था।
04:31 PM Sep 22, 2024 IST | Pooja Mishra
Advertisement

Chhattisgarh Farmer Raman Lal Sahu: छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय सरकार प्रदेश के विकास के लिए दिन-रात काम कर रही है। इसके साथ ही वह प्रदेश के लोगों के जीवन को बेहतर बनाने का काम कर रही है। इसके लिए राज्य सरकार द्वारा कई योजनाएं भी चलाई जा रही हैं। विष्णुदेव साय सरकार प्रदेश में लोगों को जैविक खेती के लिए लगातार प्रोत्साहित भी कर रही है। हाल ही में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कुछ दिनों पहले जैविक खेती को बढ़ावा देने वाले धमतरी के किसान रमन लाल साहू को सम्मानित किया था।

Advertisement

सरकारी योजनाओं ने किया जैविक खेती के लिए प्रेरित

धमतरी जिले के ग्राम गाड़ाडीह के रहने वाले किसान रमन लाल साहू जैविक खेती के जरिए मिट्टी की उर्वरकता बढ़ाने का काम कर रहे हैं। इसके अलावा वह फसल चक्रण भी करते हैं, जिससे जल संरक्षण होता है। रमन लाल साहू ने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किसानों के लिए चलाई जा रही अलग-अलग योजनाओं ने उन्हें किसानी और जैविक खेती के लिए प्रोत्साहित किया है। रमन लाल साहू ने आगे बताया कि उन्होंने सबसे पहले परम्परागत खेती को छोड़ा और आधुनिक खेती को अपनाया। इसके बाद उन्होंने जैविक खेती को बढ़ावा देते हुए मृदा, जल और पर्यवरण संरक्षण की तरफ करने खेती करना का फैसला किया।

यह भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ के 6691 आदिवासी गांवों का होगा कायाकल्प, केंद्र से मिली इस योजना के लिए मंजूरी

Advertisement

किसान हो रहा फायदा

रमन लाल साहू ने बताया कि वह पिछले 8 साल से 3 एकड़ से अधिक जमीन पर धान की जैविक खेती कर रहे हैं। इसके साथ ही वह जल संरक्षण करते हुए वह रबी फसल में दलहन-तिलहन की खेती कर रहे हैं। इससे जमीन की उर्वरकता बढ़ने के साथ ही फसल का उत्पादन भी काफी ज्यादा बढ़ता है। इसके अलावा वह गाय भी पालते हैं, जिनके दूध को बेचकर वह हर महीने 9 हजार रुपये प्रॉफिट कमाते हैं। वहीं उनके गोबर से गोबर गैस प्लांट लगाकर गौवंश के लिए चारा की व्यवस्था करते हैं।

Open in App
Advertisement
Tags :
Chhattisgarh
Advertisement
Advertisement