छत्तीसगढ़ के MBBS डॉक्टरों को मिली ले-लेक्चरर की ट्रेनिंग, राज्यपाल हरिचंदन बोले- मानव सेवा ही श्रीमाधव सेवा
Chhattisgarh Governor Harichandan: छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय की सरकार राज्य के विकास के लिए लगातार काम कर रही है। राज्य का भविष्य उज्जवल होने के लिए आए दिन कॉलेजों और स्कूलों में नए-नए तरह के इवेंट को आयोजित किया जाता है। ऐसा ही एक इवेंट प्रदेश के राजभवन में छत्तीसगढ़ ब्रांच के भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा आयोजित किया गया है। इस कार्यक्रम में प्रदेश के अलग-अलग जिलों से 29 MBBS डॉक्टरों को लेक्चरर की ट्रेनिंग पूरी करने बाद प्रमाण पत्र दिए गए। इस मौके पर प्रदेश के राज्यपाल हरिचंदन ने इन सभी डॉक्टरों को लेक्चरर की ट्रेनिंग का सर्टिफिकेट दिया।
राज्यपाल का संबोधन
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल हरिचंदन ने कहा कि मानव सेवा ही माधव सेवा है, इसी उद्देश्य के साथ सभी डॉक्टर काम करते हैं। समाज में डॉक्टरों की एक बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण हमें कोरोना काल के दौरान देखने को मिला। महामारी के बीच देश के डॉक्टरों, नर्सों, हेल्थ वर्कर्स ने फ्रंट लाइन वॉरियर्स बनकर देश के लोगों की जान बचाई थी। रेडक्रॉस की तरफ से युद्ध, प्राकृतिक आपदा और संकट के दौरान लोगों के तत्काल मेडिकल सेवाएं और सुविधाएं देती हैं जो कि सराहनीय हैं।
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छत्तीसगढ़ में हुआ पहली बार
बता दें कि यह पहली बार है कि छत्तीसगढ़ ब्रांच की तरफ से राज्य के MBBS डॉक्टरों के लिए ले-लेक्चरर ट्रेनिंग का आयोजित किया गया। इस ले-लेक्चरर ट्रेनिंग में 11 से लेकर 17 मार्च तक इन डॉक्टरों को प्राथमिक उपचार और इमरजेंसी ट्रीटमेंट की ट्रेनिंग दी गई।
क्या है इसका उद्देश्य?
वहीं इस मौके पर छत्तीसगढ़ के रेडक्रॉस सोसायटी के CEO एम के राउत ने कहा कि राज्य में यह पहली बार है कि MBBS डॉक्टरों को प्राथमिक उपचार के लिए लेक्चरर की ट्रेनिंग दी गई है। अब ये MBBS डॉक्टर राज्य के जिलों में जाकर जूनियर रेडक्रॉस और यूथ रेडक्रॉस के स्वयं सेवकों को लेक्चरर की ट्रेनिंग देंगे। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि रेडक्रॉस का प्लान है कि राज्य के सभी पंचायतों में कुछ व्यक्तियों को प्राथमिक उपचार की ट्रेनिंग दी जाए।