'जीरो टॉलरेंस के साथ नशा मुक्त भारत बनाना है', छत्तीसगढ़ में NCB ऑफिस का उद्घाटन कर बोले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह

Amit Shah In Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में बढ़ रहे नशा मुक्ति को रोकने के लिए सरकार पूरी तरह से एक्टिव नजर आ रही है। इसी कड़ी में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ऑफिस का उद्घाटन किया गया है।

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AMIT SHAH IN CHHATTISGARH

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Amit Shah In Chhattisgarh: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रायपुर में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के कार्यालय का उद्घाटन किया। इस मौके पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साईं, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय और डिप्टी सीएम विजय शर्मा मौजूद रहे। इस बैठक में राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों और सुरक्षा बलों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया, जहां उन्होंने मादक पदार्थों की तस्करी और इसके प्रभावी नियंत्रण के लिए उठाए गए कदमों की समीक्षा की।नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो रायपुर की आंचलिक इकाई केंद्रीय सचिवालय भवन, तृतीय तल, डी-विंग, सेक्टर-24, नवा रायपुर अटल नगर में मौजूद है। उद्घाटन समारोह के बाद अमित शाह ने छत्तीसगढ़ में मादक पदार्थों की स्थिति पर समीक्षा की। गृह मंत्री ने क्षेत्रीय सुरक्षा बलों और स्थानीय पुलिस के बीच समन्वय बढ़ाने और मादक पदार्थों की तस्करी पर रोक लगाने के लिए विशेष प्रयासों की जरूरत पर बल दिया।

समीक्षा बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, हम सबकी जिम्मेदारी है कि जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ हम देश को नारकोटिक्स मुक्त, नशामुक्त बनाएं और प्रधानमंत्री के संकल्प को पूरा करें। आज यहां नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के जोनल कार्यालय का उद्घायन हुआ। मुझे विश्वास है कि यह जोनल कार्यालय नारकोटिक्स नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। हमने देश में हर राज्य में एक नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो स्थापित करने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस कार्यालय की स्थापना से छत्तीसगढ़ में मादक पदार्थों की तस्करी की समस्या को प्रभावी तरीके से निपटा जा सकेगा और स्थानीय समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकेगी।

मादक पदार्थों के नियंत्रण की दिशा में कदम 

नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के इस नए कार्यालय का उद्देश्य छत्तीसगढ़ और इसके आसपास के क्षेत्रों में मादक पदार्थों की तस्करी पर प्रभावी निगरानी और कंट्रोल स्थापित करना है। इस कार्यालय की स्थापना से क्षेत्रीय स्तर पर त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की जा सकेगी, जिससे मादक पदार्थों की तस्करी और इसके दुष्प्रभावों को कम किया जा सकेगा। गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में गांजे की तस्करी एक बहुत बड़ी चुनौती है। छत्तीसगढ़ में गांजे की खपत का अनुपात पूरे देश के मुकाबले डबल है। जांच एजेंसियों को साइंटिफिक अप्रोच ले जाने की जरूरत है। नशे का तंत्र खत्म होना चाहिए, पूरी चेन को समाप्त करना होगा। नशे पुनर्वास केंद्रो का बराबर अपग्रेडेशन होना चाहिए।

बहुत काम होना बाकी- अमित शाह

गृह मंत्री ने कहा कि न्यू एज चैलेंज जैसे क्रिप्टो, ई कॉमर्स, ड्रोन के जरिए डिलीवरी, टेली हेल्थ सेवा, मोबाइल ऐप ऐसी चुनौतियां हैं, जो हाल ही के दिनों में उपजी हैं। उन पर काबू पाने के लिए प्रभावी रणनीति बनानी चाहिए। नशे के खिलाफ मामला दर्ज करने में 230% की बढ़ोतरी आई है। 22000 करोड़ के ड्रग्स सीज किए गए है। बहुत काम हुए हैं और बहुत काम होना बाकी है, जो लक्ष्य तय किए गए हैं उसका रिव्यू भी किया जाना चाहिए।

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