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शराब को पानी समझ पी गई 3 साल की बच्ची; मां के पास भागी पर बच न पाई 'अभागी'

Chhattisgarh News: आदिवासी बहुल राज्यों में महुआ शराब का काफी प्रचलन है। आदिवासी इसे अपनी परंपरा और संस्कृति से जोड़कर देखते हैं। लेकिन इस बच्ची की मौत के बाद यह सवाल उठता है कि घर में खुले में महुआ शराब रखना कितना जायज है।
08:08 AM Aug 01, 2024 IST | News24 हिंदी
अचेत अवस्था में बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन नहीं बची जान
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Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। परिजनों की लापरवाही का क्या अंजाम होता है। ये इस घटना से पता चलता है। दरअसल छत्तीसगढ़ के बलरामपुर में मंगलवार को तीन साल की एक बच्ची की शराब पीने की वजह से मौत हो गई। बच्ची को लगा था कि घर में टेबल पर रखी बोतल में पानी है। वह गटागट पी गई। लेकिन इसका अंजाम बहुत बुरा हुआ।

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तीन वर्षीय बच्ची का नाम सरिता था। वह सोमवार को अपने घर पर खेल रही थी। इस बीच उसे प्यास लगी और वह दौड़कर अपनी दादी मां के कमरे में गई। वहां उसने टेबल पर रखी बोतल उठाई और पी गई। बोतल में महुआ शराब भरी थी। बच्ची को इतनी तेज प्यास लगी थी कि उसने बोतल से एक बड़ा घूंट पीया। बच्ची को लगा कि बोतल में पानी भरा है।

पुलिस ने दर्ज किया मामला

बोतल से महुआ शराब पीने के बाद बच्ची का गला जलने लगा। वह भागकर अपनी मां के पास गई। लेकिन थोड़े ही समय में वह फ्लोर पर गिर गई। उसे होश न रहा। सरिता ने परिजन सोमवार को भागे-भागे उसे अस्पताल लेकर गए। लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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बता दें कि देश के कई राज्यों में, खासतौर पर आदिवासी बहुल राज्यों में महुआ शराब का काफी प्रचलन है। आदिवासी इसे अपनी परंपरा और संस्कृति से जोड़कर देखते हैं। लेकिन इस बच्ची की मौत के बाद यह सवाल उठता है कि घर में खुले में महुआ शराब रखना कितना जायज है। देखना होगा कि पुलिस जांच में क्या निकल आता है। 2011 की जनगणना के अनुसार छत्तीसगढ़ में आदिवासी समुदाय की आबादी 30 प्रतिशत से ज्यादा है।

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