छत्तीसगढ़ के वनवासी किसान ने सूखे खेतों में लाई हरियाली, सरकारी की योजनाओं ने की खास मदद
Chhattisgarh Tribal Farmer Rampyare: छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय सरकार द्वारा राज्य के विकास के साथ-साथ प्रदेशवासियों के जीवन को बेहतर बनाने का भी काम किया जा रहा है। इसके लिए राज्य सरकार की तरफ से कई योजनाएं भी चलाई जा रही है। ऐसी ही एक किसान समृद्धि योजना है, जिसके तहत प्रदेश के किसानों को खेती के लिए सरकार की तरफ से जरुरी मदद दी जाती है। साय सरकार की इस योजना के साथ मिलकर मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के वनवासी किसान रामप्यारे ने अपने खेतों में हरियाली ले आए।
सूखी पड़े हुए थे खेत
जिले के मनेंद्रगढ़ विकासखण्ड के ग्राम पंचायत पिपरिया में स्थिति वनांचल के किसान रामप्यारे ने बताया कि यहां पहले खेत की सिंचाई के लिए पानी की समस्या हमेशा बनी रहती है। रामप्यारे ने आगे बताया कि यहां खेती के लायक उनकी जमीन पर पानी का संसाधन ना होने की वजह से काफी से सूखी पड़ी हुई थी। लेकिन कुछ समय पहले राज्य सरकार द्वारा यहां मनरेगा के तहत एक डबरी बनाई गई। इस डबरी की वजह से सिंचाई के लिए पानी की कमी पूरी हो गई। पहले वह सिर्फ मॉनसून की बारिश के पानी पर धान की खेती के लिए आधारित थे। ऐसे में मेहनत करने के बाद भी अपनी फसल का कोई लाभ नहीं मिलता था।
सरकारी की योजनाओं ने की मदद
किसान रामप्यारे ने कहा कि इस समस्या के समाधान के लिए ग्राम सभा की बैठक हुई। इस बैठक में उन्होंने खेतों में महात्मा गांधी नरेगा के तहत एक डबरी बनाए जाने का आवेदन पेश किया गया। उनका आवेदन स्वीकार कर ग्राम सभा ने उनके खेतों डबरी बनाए जाने का प्रस्ताव पारित किया। रामप्यारे बताते है कि डबरी बन जाने के बाद वह अपनी जमीन पर सिर्फ सब्जी लगाकर करीब 20 हजार रुपये की कमाई कर चुके हैं। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना का धन्यवाद किया है।