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छत्तीसगढ़ में बनेगा देश का तीसरा सबसे बड़ा टाइगर रिजर्व, राज्य सरकार ने दी मंजूरी

Chhattisgarh Govt Approved 3rd Largest Tiger Reserve Project: छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय सरकार ने नए बाघ रिजर्व के लंबित प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। राज्य सरकार ने यह फैसला बाघों की घटती आबादी में सुधार करने के लिए लिया था।
03:35 PM Aug 08, 2024 IST | Pooja Mishra
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Chhattisgarh Govt Approved 3rd Largest Tiger Reserve: छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय सरकार ने एक बड़ा फैसला किया है। दरअसल, देश में पिछले कुछ सालों से बाघों की आबादी घटती जा रही है। इसे देखते हुए छत्तीसगढ़ ने एक नए बाघ रिजर्व के लंबित प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है, ये देश का देश का तीसरा सबसे बड़ा रिजर्व होगा। नया टाइगर रिजर्व गुरु घासीदास-तमोर पिंगला में स्थित होगा, जो एक मौजूदा राष्ट्रीय उद्यान को वन्यजीव अभयारण्य के साथ इंटीग्रेटेड करता है।

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मंत्रिमंडल ने की घोषणा

राज्य मंत्रिमंडल ने मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, कोरिया, सूरजपुर और बलरामपुर जिलों में स्थित गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान और तमोर पिंगला अभयारण्य के क्षेत्रों को मिलाकर नया रिजर्व बनाने की घोषणा की। सरकार ने एक बयान में कहा कि इस बाघ अभयारण्य के बनने से राज्य में इको-टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा और कोर और बफर जोन में रहने वाले ग्रामीणों के लिए गाइड, पर्यटक वाहन संचालक और रिसॉर्ट मैनेजर के रूप में रोजगार के अवसर पैदा होंगे। इसके अलावा, राष्ट्रीय परियोजना बाघ प्राधिकरण रिजर्व के संचालन के लिए अतिरिक्त बजट प्रदान करेगा , जिससे आसपास के गांवों में आजीविका विकास की नई परियोजनाएं शुरू हो सकेंगी।

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छत्तीसगढ़ में बाघों की आबादी

छत्तीसगढ़ का चौथा रिजर्व हैयह राज्य के 4 उत्तरी जिलों में 2,829 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। यह फैसला छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट की तरफ से 15 जुलाई को PIL पर सुनवाई करते हुए राज्य सरकार को उस क्षेत्र को बाघ अभयारण्य घोषित करने पर अपना रुख साफ करने के लिए कहा था और इसके लिए सरकार को 4 सप्ताह समय दिया गया। राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण की जुलाई 2023 में जारी हुई रिपोर्ट के अनुसार छत्तीसगढ़ में बाघों की आबादी 2014 में 46 से घटकर 2022 में 17 हो जाएगी।

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