खुशखबरी! छत्तीसगढ़ में होगा नदियों का संगम; केवई से जुड़ेगी हसदेव नदी, हासिया को मिलेगा 'जल जीवन'
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के लोगों को जल्द ही एक खुशखबरी मिलने वाली है। राज्य सरकार की ओर से प्रदेश की दो नदियों को जोड़ने की योजना पर काम किया जा रहा है। बताया गया है कि संबंधित विभाग की ओर से इस योजना के लिए करीब 115 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट तैयार किया है। अब इस योजना को सिर्फ सरकार की मंजूरी मिलना बाकी है।
छत्तीसगढ़ से निकलती है केवई नदी
जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़ में केवई और हसदेव नदी बहती हैं। एक स्थानीय मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि केवई नदी छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़ विकासखंड के गांव बैरागी के पहाड़ी इलाकों से निकलती है और मध्य प्रदेश की ओर बहती है। छत्तीसगढ़ में इसका प्रवाह करीब 39 किमी का है। इस नदी में पानी बारह महीने एक जैसा रहता है। अभी तक छत्तीसगढ़ इस पानी का इस्तेमाल नहीं कर पा रहा था।
इस क्षेत्र को होगा फायदा
सरकार की योजना है कि केवई नदी को हसदेव नदी से जोड़ा जाएगा। इसके बाद मनेंद्रगढ़ नगर पालिका के अलावा तीन अन्य नगर पंचायतों को अगले 40 साल तक निर्वाध रूप से पानी मिलेगा। इतना ही नहीं क्षेत्र की 500 हेक्टेयर खेती जमीन को भी भरपूर मात्रा में पानी मिलेगा। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि केवई नदी को गांव ताराबहरा के पास हसिया नदी के कैचमेंट एरिया के गांव रतौरा में जोड़ा जाना है। इसके बाद हासिया नदी को भी भरपूर पानी मिलेगा।
काफी पहले बना नदियों को जोड़ने का प्रोजेक्ट
जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता ए टोप्पो ने बताया पूर्व में नदियों को जोड़ने के लिए तत्कालीन कलेक्टर ने एक प्रोजेक्ट तैयार किया था। इसके बाद एक टीम ने मौके पर जाकर निरीक्षण भी किया था। प्रोजेक्ट की लागत ज्यादा होने और वन्य क्षेत्र के कारण प्रोजेक्ट अटक गया। बताया गया है कि इस प्रोजेक्ट के बाद हसिया नदी भी गर्मी में कलकल बहेगी।