दिल्ली-NCR के 63% लोगों को नहीं पता अपनी कार का PUC स्टेटस! रिपोर्ट में हुए चौंकाने वाले खुलासे
PUC Certificate: दिल्ली-एनसीआर में पॉल्यूशन का लेवल बढ़ा हुआ है, जिसका एक कारण यहां के वाहन हैं। दिल्ली और यूपी सरकार यहां के एयर क्वालिटी इंडेक्स को इम्प्रूव करने की हर कोशिश में लगी है। वाहनों के पॉल्युशन अंडर कंट्रोल (PUC) सर्टिफिकेट की जांच की जा रही है। बीते दिनों कुछ समय के लिए निर्माण कार्य पर रोक और डीजल जनरेटर भी बंद किए गए।
सर्वे में दिल्ली-एनसीआर के 5200 कार मालिकों ने लिया हिस्सा
लेकिन इसी बीच एक चौंकानी वाली रिपोर्ट सामने आई है। इस सर्वे में दिल्ली-एनसीआर के करीब 5200 कार मालिकों ने हिस्सा लिया। इस सर्वे को करने वाली पार्क प्लस रीसर्च लैब्स का दावा है कि अपने सर्वेश्रण में उसने पाया कि दिल्ली एनसीआर में करीब 63 फीसदी कार मालिक अपने पीयूसी सर्टिफिकेट स्टेटस के बारे में नहीं जानते हैं।
11% कार मालिकों को नहीं पता क्या होता है पीयूसी सर्टिफिकेट?
रिपोर्ट में पता चला कि करीब 11% कार मालिकों को तो ये ही नहीं पता कि पीयूसी सर्टिफिकेट क्या होता है? और इसे कहां से रिन्यू करवाया जाता है। इसके अलावा रिपोर्ट में स्पष्ट कहा गया है कि सर्वे में शामिल 27 % कार मालिकों से जब ये पूछा गया कि क्या आप जानते हैं कि नॉन-सर्टिफाइड पीयूसी कार से ज्यादा पॉल्यूशन होता है? तो उन्होनें जवाब दिया कि उन्हें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता।
दिल्ली में पीयूसी का चालान कितना है?
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के अनुसार बिना वैलिड PUC सर्टिफिकेट के वाहन चलाने पर नियमों में 10000 रुपये तक का चालान या सजा का प्रावधान है। लेकिन पहली बार पकड़े जाने पर वाहन चालक का 1000 रुपये और दूसरी बार पकड़े जाने पर 2000 रुपये तक का चालान करने का नियम है।
50 दिनों में 2 लाख वाहनों के चालान
जानकारी के मुताबिक, अक्टूबर 15 से 9 दिसंबर 2024 तक 50 दिनों के अंदर दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने राजधानी में 2.66 लाख गाड़ियों के चालान किए हैं। ये सभी वाहन मालिक प्रदूषण संबंधी ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (Grap) 3 और 4 के नियमों का उल्लंघन कर रहे थे।
जगह-जगह चलाए जा रहे पीयूसी कैंप
सर्वे के बारे में पार्क प्लस के सीईओ अमित लाखोटिया ने कहा कि सामाजिक रूप से जागरुक ब्रांड होने के नाते पार्क प्लस में हम शहरों को अधिक स्मार्ट, सुरक्षित और हरित बनाते हुए कार मालिकों के अनुभव को बेहतर बनाना चाहते हैं। हमारे सर्वे में 5000 से अधिक कार मालिकों से बात की गई और चौंकाने वाली बात यह है कि ज़्यादातर लोग पीयूसी सर्टिफिकेट के बारे में अनजान हैं। उन्होंने बताया कि पार्क प्लस में हम पीयूसीसी कैंप चला रहे हैं, जहां कार मालिक पीयूसीसी जांच कराकर तुंरत यह सर्टिफिकेट पा सकते हैं।
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