दिल्ली के वो 10 इलाके, जहां AQI 300 के पार; ग्रैप-3 की पाबंदियां लागू करने की तैयारी, जानें कैसे करें बचाव?
Delhi Air Pollution Out of Control: दिल्ली में जहां अक्टूबर के महीने में भी गर्मी और उमस महसूस हो रही है। वहीं दिल्ली में वायु प्रदूषण और स्मॉग भी आउट ऑफ कंट्रोल होने लगा है। दिल्ली की हवा इस बार भी शुरुआत में ही जहरीली हो गई है। आज सुबह दिल्ली का AQI 330 रिकॉर्ड हुआ। वहीं आनंद विहार में AQI 357 है। दिल्ली सरकार ग्रैप-1 और ग्रैप-2 की पाबंदियां लागू कर दी हैं। अब ग्रैप-3 की पाबंदियां लागू करने की तैयारी की जा रही है।
सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) की रिपोर्ट के अनुसार, अगले 3 दिन राजधानी में हवा की गुणवत्ता और खराब हो सकती है। इसलिए लोगों को एहतियात बरतने की सलाह है। न सिर्फ दिल्ली बल्कि देशभर के 10 और शहरों भिवाड़ी, नोएडा, मेरठ, गाजियाबाद, जयपुर, बुलंदशहर, अमृतसर, अलीगढ़, सोनीपत, फरीदाबाद में भी स्मॉग देखने को मिल रहा है। आइए जानते हैं कि दिल्ली में आज AQI के हालात कैसे है?
आज दिल्ली के इन इलाकों का AQI 300 पार
विवेक विहार- 356
सोनिया विहार- 366
RK पुरम- 362
रोहिणी- 357
द्वारका- 331
ITO- 327
जहांगीरपुर- 370
मुंडका- 367
एयरपोर्ट- 316
नेहरु नगर- 358
ओखला- 323
प्रतापगंज- 337
दिल्ली में तापमान के हालात?
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में आज 28 अक्टूबर 2024 को अधिकतम तापमान 29.57 डिग्री सेल्सियस रहा। दिन में न्यूनतम और अधिकतम तापमान 24.05 डिग्री सेल्सियस और 33.65 डिग्री सेल्सियस रहने का पूर्वानुमान है। हवा में 37% नमी है और 37 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से हवा चल रही है। सूरज सुबह 6:30 बजे उदय हुआ और शाम 5:39 बजे अस्त होगा। कल मंगलवार 29 अक्टूबर 2024 को दिल्ली में न्यूनतम और अधिकतम तापमान 26.75 डिग्री सेल्सियस और 35.12 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।
आज के पूर्वानुमान के अनुसार, शाम तक आसमान में बादल छाए रहेंगे। बता दें कि रविवार शाम 5 बजे PM 2.5 का लेवल 110.6 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा। इस वजह से हवा में मौजूद छोटे ठोस और तरल कणों की मात्रा बढ़ गई, जो सांस के साथ फेफड़ों में जाते हैं और दमा, ब्रोंकाइटिस और सांस संबंधी अन्य बीमारियां हो सकती हैं। दिल्ली में प्रदूषण वाहनों से निकलने वाले धुएं से ज्यादा फैलता है।
प्रदूषण का असर और कैसे करें बचाव?
वायु प्रदूषण के कारण सांस से जुड़ी बीमारियां, किडनी फेलियर, हार्ट अटैक, हाइपरटेंशन, त्वचा में रूखापन, जलन, प्री-मेच्योर डिलीवरी होने का खतरा बढ़ जाता है। दिल, दमे के मरीजों और गर्भवती महिलाओं को सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। इसलिए जितना हो सके घर के अंदर रहें। मास्क लगाकर घर से बाहर निकलें। हवा साफ रखने वाले पेड़-पौधे लगाएं। फेफड़े सुरक्षित रखने के लिए भाप लें और अपने रुटीन में योग शामिल करें। पोषक तत्वों से भरपूर खाना खाएं और गुनगुना पानी पिएं।