whatsapp
For the best experience, open
https://mhindi.news24online.com
on your mobile browser.
Advertisement

Delhi Election: मुस्लिम बहुल इलाकों में किसे मिलेगा फायदा? किसकी बनेगी सरकार

Delhi Assembly Election Exit Poll 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव में मुसलमानों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। मुस्लिम समुदाय का का झुकाव AAP और कांग्रेस की तरफ देखने को मिला। लेकिन इससे मुसलमानों का वोट बंट गया है, जिसका सीधा फायदा BJP को हो सकता है, समझिए कैसे?
08:50 AM Feb 06, 2025 IST | Shabnaz
delhi election  मुस्लिम बहुल इलाकों में किसे मिलेगा फायदा  किसकी बनेगी सरकार

Delhi Assembly Election Exit Poll 2025: 5 फरवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतदान किया गया। दिल्ली में कई सीटें हैं जहां पर मुस्लिम वोट ज्यादा है। इस चुनाव में दिल्ली की ओखला और मुस्तफाबाद विधानसभा सीटें काफी चर्चा में रहीं, क्योंकि इन दोनों सीटों पर इस बार असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने अपने उम्मीदवार उतारे हैं। मुसलमानों ने इस चुनाव में बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। मुसलमानों के वोट AIMIM, AAP, कांग्रेस के अलावा BJP को भी मिले हैं। इस बार मुसलमानों का वोट बंट गया है, जिससे सीधे तौर पर भाजपा को फायदा मिल सकता है।

Advertisement

ओखला और मुस्तफाबाद का मिजाज

दिल्ली में ओखला और मुस्तफाबाद बहुल मुस्लिम इलाके हैं। ओखला में असदुद्दीन ओवैसी ने शिफा-उर-रहमान शामिल के लिए जमकर प्रचार किया। इसके पहले तक यहां के ज्यादातर वोट AAP की झोली में जाते रहे हैं। लेकिन इन सीटों पर ओवैसी की एंट्री से चुनाव बदल गया। दिल्ली दंगों के आरोपी ताहिर हुसैन को ओवैसी ने मुस्तफाबाद सीट से उतारा। वहीं, आप ने इस सीट पर आदिल अहमद खान को उतारा है।

ओखला सीट पर आम आदमी पार्टी के नेता अमानतुल्लाह खान के खिलाफ कांग्रेस ने अरीबा खान को अपना उम्मीदवार बनाया है। जिसके लिए राहुल गांधी और प्रियंका की प्रभावी रैलियों से इस सीट पर अमानतुल्लाह के वोट कट सकते हैं।

Advertisement

ये भी पढ़ें: Delhi Assembly Election 2025 Exit Polls: 10 एग्जिट पोल में BJP को बहुमत, 2 में AAP की सरकार बनने का अनुमान

Advertisement

मुसलमान का वोट बंट गया?

दिल्ली की सभी मुस्लिम बहुल सीटों पर मिला-जुला असर दिखा है। इन सीटों पर ज्यादातर मुसलमानों ने आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के अलावा AIMIM पर भी भरोसा दिखाया है। इसके पहले तक मुसलमानों के ज्यादातर वोट आम आदमी पार्टी को मिलते थे। वहीं, बाकी के वोट BJP को जाते थे, लेकिन इस बार कांग्रेस, आप और AIMIM का आपस में ही इन सीटों पर कड़ा मुकाबला है। ओखला में की जनता आप के उम्मीदवार अमानतुल्लाह खान से इस बार कई मुद्दों को लेकर नाराज दिख रहे हैं। जिसकी वजह से भी मुसलमानों के वोट बंट सकते हैं। जहां पर मुसलमानों के वोट बंट गए हैं, वहां पर सीधा फायदा भाजपा को मिल सकता है।

कहां पर कितनी वोटिंग?

मुस्लिम इलाकों में इस बार बंपर वोटिंग हुई है। जिसमें चांदनी चौक में 55.96 फीसदी, मटियामहल में 65.10 फीसदी, बल्लीमारन में 63.87 फीसदी, ओखला में 54.90 फीसदी, सीमापुरी में 65.27 फीसदी, सीलमपुर में 68.70 फीसदी, बाबरपुर में 65.9 फीसदी, मुस्तफाबाद में 69.00 फीसदी, करावल नगर में 64.44 फीसदी और जंगपुरा में 57.42 फीसदी वोटिंग हुई। वोटिंग के यह आंकड़ें शीम 5 बजे तक के हैं।

ये भी पढ़ें: EXIT POLL कितने सही-कितने गलत: 2020 के दिल्ली चुनाव में ये रहा था हाल

Open in App Tags :
Advertisement
tlbr_img1 दुनिया tlbr_img2 ट्रेंडिंग tlbr_img3 मनोरंजन tlbr_img4 वीडियो