कौन था शिंटू शेख? जिसके मर्डर से खुला बांग्लादेशियों की अवैध घुसपैठ का राज, दिल्ली में अब तक 11 अरेस्ट
Delhi Bangladeshi Infiltration Racket: दिल्ली पुलिस ने बांग्लादेशियों को अवैध रूप से बसाने वाले एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है। मामले में 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार इनमें 5 बांग्लादेशी नागरिक शामिल हैं। जबकि 6 लोग ऐसे हैं, जो फर्जी तरीके से दस्तावेज तैयार करके इन लोगों को देते थे। पुलिस राजधानी में बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं की पहचान के लिए विशेष ऑपरेशन चला रही है। घुसपैठ का मामला एक शख्स के मर्डर के बाद सामने आया था।
दिल्ली पुलिस के अनुसार नवंबर महीने में शिंटू शेख नाम के शख्स की हत्या हुई थी। जिसके बाद पता लगा कि वह बांग्लादेश का नागरिक था। जिसे अवैध रूप से दिल्ली लाया गया था। यहां पैसे के विवाद में उसकी हत्या कर दी गई। शिंटू हत्याकांड में शामिल चार बांग्लादेशी पुलिस ने गिरफ्तार किए थे। जिनमें 26 साल के मिदुल मियां पुत्र शिंटू मियां, 20 वर्षीय मिदुल मियां की पत्नी, 24 वर्षीय फरदीन अहमद पुत्र टीटू अहमद और 24 वर्षीय महिला पत्नी फरदीन अहमद को अरेस्ट किया गया था। ये लोग दिल्ली में अवैध तौर पर रह रहे थे। जबकि ये मूल रूप से बांग्लादेश के रहने वाले हैं।
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अब गिरोह के गुर्गे रोहिणी इलाके से पकड़े गए हैं। आरोपियों से 6 मोबाइल, 6 लैपटॉप, आधार कार्ड मशीन और कई दस्तावेज मिले हैं। बांग्लादेश के कई वोटर कार्ड, पैन कार्ड मिले हैं। आरोपी मिस्त्री, दुकानों में नौकर आदि के तौर पर काम करते थे। पुलिस के अनुसार बांग्लादेश के लोगों को जंगल के रास्ते बॉर्डर पार कराया जाता था। जिसके बाद बाइक आदि से ट्रेन के रास्ते दिल्ली लाया जाता था। गिरोह के लोग कई लोगों को यूपी भी ला चुके हैं। दिल्ली में रजत मिश्रा नामक शख्स फर्जी कागजात बनाता था। एक फर्जी वेबसाइट के जरिए अब तक वह 21 लोगों के आधार कार्ड, 6 पैन कार्ड बनाने की बात कबूल चुका है।
एक साल से रह रहे थे दिल्ली में
इस साल 20 अक्टूबर को एक महिला संगम विहार थाने आई थी। जिसने कहा था कि उसके पति शिंटू शेख की हत्या हो गई है। पुलिस ने शिंटू उर्फ राजा के मर्डर का केस दर्ज किया था। जिसमें चार लोगों को अरेस्ट किया गया था। आरोपियों ने कबूल किया था कि राजा उनको धमकाता था। एक महीने पहले ही उसके मर्डर का प्लान बनाया था। गला घोंटकर उसको मार डाला। उसका सामान भी आरोपियों ने लूट लिया था। जिसके बाद पुलिस को पता लगा कि अवैध घुसपैठ के जरिए दिल्ली में बांग्लादेशियों को बसाया जा रहा है।
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आरोपी एक साल से संगम विहार में रह रहे थे। उनके पास से बांग्लादेशी आईकार्ड मिले हैं। शिंटू शेख के घर से भी कई आधार और वोटर कार्ड मिले थे। शिंटू शेख को पहले जंगल के रास्ते बॉर्डर पार करवाया गया। फिर उसे बाइक के जरिए नजदीकी शहर लाया गया। बाद में ट्रेन के जरिए दिल्ली भेजा गया था। आरोपियों ने घुसपैठ के बाद उसे फर्जी दस्तावेज और भारतीय करेंसी दी थी।