एक दिन में कितनी शराब पी जाते हैं दिल्ली वाले? आंकड़े जान उड़ जाएंगे होश
Delhi Liquor Policy Inside Story: दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को बीते दिन ED ने गिरफ्तार कर लिया है। देश की राजधानी दिल्ली के शराब नीति घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उन्हें अरेस्ट किया गया है। इस बीच क्या आप जानते हैं कि दिल्ली के लोग एक दिन में कितनी शराब पी जाते हैं? आंकड़े जानकार आप भी हैरान हो जाएंगे।
शराब के मामले में नंबर 1 पर दिल्ली वाले
एक आम व्यक्ति एक दिन में ज्यादा-से-ज्यादा एक बोतल पी सकता है लेकिन दिल्ली वाले शराब पीने की लिस्ट में टॉप पर आते हैं। चाहे कोई त्योहार हो या समारोह, शराब पीने के मामले में दिल्ली वाले सारे रिकॉर्ड तोड़ देते हैं।
राजधानी में हर दिन कितनी शराब की बोतलें बिकती हैं?
दिल्ली में हर दिन 18 लाख शराब की बोतल बिकती हैं, जिससे सरकार को हर दिन 21 करोड़ रुपये का राजस्व मिलता है। बात करें दिवाली की, तो इस दिन जमकर शराब बेची और खरीदी जाती है। दिवाली पर दिल्ली में 14 25 लाख बोतलें बेची गईं, 7 नवंबर 2023 को यह आंकड़ा बढ़कर 17.27 लाख और 8 नवंबर को 17.33 लाख शराब की बोतलें बेची गईं।
होली पर कितनी बिकी थी शराब?
आम दिनों में 12 से 13 लाख बोतलें रोजाना बेची जाती हैं। वहीं 2023 में होली के मौके पर शनिवार, रविवार और सोमवार को शराब की सेल के आंकड़े बढ़कर 15 लाख, 22 लाख और 26 लाख रोजाना सेल तक पहुंच गए थे। राजधानी दिल्ली में शराब खरीदने के मामलों में रिकॉर्ड तेजी से बढ़ रहा है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 2023 में तीन महीनों में दिल्ली में करीब 62 करोड़ शराब की बोतलें खरीदी गई हैं।
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2022 के एक सर्वे के मुताबिक, लगभग 38.1 % महिलाएं हफ्ते में दो दिन शराब पीती हैं और वहीं 19.1 % महिलाएं हफ्ते में चार दिन से ज्यादा शराब का सेवन करती हैं।
क्या है दिल्ली का कथित शराब घोटाला?
आपको बता दें कि 17 नवंबर 2021 को दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने एक्साइज पॉलिसी 2021-22 को लागू किया था। इस नई पॉलिसी के अंतर्गत सरकार शराब कारोबार से बाहर आ गई और पूरी दुकानें निजी हाथों में चली गईं। दिल्ली की सरकार का दावा था कि नई शराब नीति से माफिया राज खत्म हो जाएगा और सरकार का रेवेन्यू बढ़ेगा। यह नीति शुरूआत से ही विवादों में रही। जब इसपर बवाल ज्यादा बढ़ने लगा तो 28 जुलाई 2022 को सरकार ने इसे रद्द कर दिया।
8 जुलाई 2022 को दिल्ली के तत्कालीन मुख्य सचिव नरेश कुमार की रिपोर्ट से इस घोटाले का खुलासा हुआ। इसमें उन्होंने मनीष सिसोदिया समेत आम आदमी पार्टी के कई बड़े-बड़े नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए गए थे। दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना ने सीबीआई जांच की सिफारिश की और सीबीआई ने 17 अगस्त 2022 को केस दर्ज कर लिया।
इसके साथ-साथ रिपोर्ट में पैसों की हेराफेरी का आरोप भी लगाया गया, जिस वजह से ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के लिए केस दर्ज किया। इसमें मनीष सिसोदिया पर गलत तरीके से शराब नीति तैयार करने का आरोप लगाया गया। सिसोदिया के पास आबकारी विभाग भी था। यह आरोप लगाया गया कि नई नीति के जरिए लाइसेंस वाले शराब कारोबारियों को अनुचित लाभ पहुंचाया गया।
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