Manmohan Singh को भारत रत्न मिलना चाहिए'; संजय सिंह ने उठाई मांग, पूरी AAP ने किया समर्थन
AAP Seeks Bharat Ratna For Former PM: देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का निधन हो गया है। देश की राजनीति और लोकतांत्रिक देश के विकास में भारत मे 14वें प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह के योगदान को आज खूब याद किया जा रहा है। उनके योगदान को देखते हुए ही आम आदमी पार्टी ने उन्हें भारत रत्न दिए जाने की मांग की है।
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने मीडिया से बात करते हुए बतौर अर्थशास्त्री, वित्त मंत्री, प्रधानमंत्री पूर्व PM मनमोहन सिंह के कामों को याद किया और उनको महान अर्थशास्त्री, ईमानदार नेता बताते हुए भारत रत्न दिए जाने की मांग की है। पूरी आम आदमी पार्टी ने संजय सिंह की इस मांग का समर्थन किया है। इससे पहले अरविंद केजरीवाल ने भी एक ट्वीट लिखकर पूर्व PM को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की थी।
मनमोहन की सादगी को शब्दों में पिरोना मुश्किल
PTI से बातचीत करते हुए संजय सिंह ने कहा कि मनमोहन सिंह ने 10 साल प्रधानमंत्री रहते हुए देश को आर्थिक मंदी के दौर से निकाला। उनका निधन देश के लिए दुखद है, अपूर्णीय क्षति है। इतिहास में उनका नाम महान अर्थशास्त्री और ईमानदार नेता के रूप में अंकित रहेगा। आम आदमी पार्टी की ओर से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। मनोहन सिंह केा भारत रत्न मिलना ही चाहिए। उन्होंने देश को विश्व अर्थव्यवस्था बनाने के लिए बहुत काम किया। एक अर्थशास्त्री के रूप में, एक प्रधानमंत्री के रूप में पूरी दुनिया उनका सम्मान करती है। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी अपने एक्स हैंडल पर मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए ट्वीट लिखा कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की विद्वता और उनकी सादगी के गुणों को शब्दों में पिरोना असंभव है।
मनमोहन सिंह कई पदों पर रहे और कई अवार्ड जीते
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का 26 दिसंबर 2024 दिन गुरुवार को निधन हो गया। उन्होंने 92 साल की उम्र में एम्स दिल्ली में आखिरी सांस ली। उनका जन्म 26 सितंबर 1932 को हुआ था। 1948 में पंजाब विश्वविद्यालय से मैट्रिक करने के बाद ब्रिटेन के कैंब्रिज विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन किया। 1957 में अर्थशास्त्र में ऑनर्स किया। 1962 में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के नूफिल्ड कॉलेज से अर्थशास्त्र में डी.फिल की डिग्री ली।
1971 में वाणिज्य मंत्रालय में आर्थिक सलाहकार बने। 1972 में वित्त मंत्रालय में ही मुख्य आर्थिक सलाहकार बने। वे वित्त मंत्रालय के सचिव, योजना आयोग के उपाध्यक्ष, भारतीय रिजर्व बैंक के अध्यक्ष, प्रधानमंत्री के सलाहकार, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष भी रहे। 1991 से 1996 तक देश के वित्त मंत्री रहे। 2004 से 2014 तक देश के 14वें प्रधानमंत्री रहे।
पूर्व PM मनमोहन सिंह को भारत का दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण(1987) प्रदान किया गया। भारतीय विज्ञान कांग्रेस का जवाहरलाल नेहरू जन्म शताब्दी पुरस्कार (1995) मिल चुका है। बतौर वित्त मंत्री योगदान के लिए एशिया मनी अवार्ड (1993 और 1994) मिला। यूरो मनी अवार्ड (1993), कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय का एडम स्मिथ पुरस्कार (1956); कैम्ब्रिज के सेंट जॉन्स कॉलेज में राइट पुरस्कार (1955) भी डॉ. मनमोहन सिंह को मिल चुका है। डॉ. सिंह को कैंब्रिज, ऑक्सफ़ोर्ड और अन्य विश्वविद्यालयों द्वारा मानद उपाधियां देकर सम्मानित किया जा चुका है।