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Tata Sumo में तो घूमे होंगे? क्या जानते हैं उसके नाम के पीछे की कहानी? रतन टाटा के लिए बढ़ जाएगा सम्मान

Tata Sumo Story General Knowledge: टाटा कंपनी की सबसे मशहूर कारों में से एक टाटा सूमो का नाम भला कौन नहीं जानता? हालांकि टाटा सूमो को बनाने से लेकर इसके नाम की कहानी भी काफी दिलचस्प है। 25 साल तक सड़कों की शान बनने वाली टाटा सूमो को 2019 में रिटायर कर दिया गया था।
09:34 AM May 13, 2024 IST | Sakshi Pandey
Ratan Tata and Tata Sumo Story
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Tata Sumo Name Story: बड़े पर्दे के दर्शकों को एक्शन सीन परोसने के लिए फिल्म निर्माता अक्सर महंगी कारों की मदद लेते हैं। लक्जरी कार में हीरो या हिरोइन की एंट्री तो अमूमन हर मूवी में देखने को मिलती है मगर एक्शन सीन के लिए अक्सर टाटा कंपनी की गाड़ियों का इस्तेमाल किया जाता है। इन्हीं में से एक गाड़ी टाटा सूमो भी है। टाटा सूमो का नाम आपने कई बार सुना होगा और कई फिल्मों में हीरो से लेकर विलेन तक को टाटा सूमो में बैठते भी देखा होगा। मगर क्या आप टाटा सूमो के पीछे की कहानी जानते हैं?

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सूमो रेस्लिंग नहीं सुमंत मूलगांवकर से जुड़ा नाम

1990 के दशक में जब टाटा सूमो सड़कों पर दौड़ती दिखी तो इसके नाम की कहानी जापान से जोड़ी जाने लगी। दरअसल जापान में सूमो का मतलब रेस्लिंग यानी पहलवानी होता है। हालांकि ये महज एक अफवाह है। सच तो ये है कि टाटा कंपनी ने टाटा सूमो गाड़ी का नाम अपने पूर्व कर्मचारी सुमंत मूलगांवकर के नाम पर रखा था। सुमंत मूलगांवकर टाटा कंपनी के एमडी रहने के अलावा पद्म भूषण से भी सम्मानित हो चुके हैं। वहीं टाटा सूमो को बनाने के पीछे भी सुमंत का ही हाथ है, जिसकी कहानी काफी दिलचस्प है।

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सुमंत पर हुआ शक

दरअसल टाटा कंपनी में लंच के दौरान सभी बड़े अधिकारी साथ में बैठकर खाना खाते थे। मगर सुमंत कंपनी के साथियों के साथ लंच करने की बजाए रोज कहीं बाहर चले जाते थे। कई लोगों को शक था कि टाटा कंपनी के डीलर्स सुमंत को पांच सितारा होटल में लंच करवाते हैं और बदले में सुमंत उनके साथ कंपनी की डील तय करते हैं। ऐसे में सुमंत को रंगेहाथ पकड़ने के लिए कुछ लोगों ने एक दिन उनका पीछा किया।

सुमंत की अनोखी रिसर्च

इस दौरान सुमंत की गाड़ी 5 स्टार होटल की बजाए एक ढाबे पर जाकर रुकी। यहां सुमंत ने ढाबे से खाना लिया और कुछ ट्रक ड्राइवर्स के साथ बैठकर खाना खाने लगे। सभी ट्रक ड्राइवर्स के पास टाटा के ही ट्रक थे। लिहाजा खाना खाते समय सुमंत ड्राइवर्स से उनकी परेशानियां पूछते और ट्रक से जुड़ी समस्याओं को एक डायरी में नोट कर लेते थे। सुमंत ने ये इनपुट टाटा की रिसर्च एंड डिजाइनिंग विंग को थमाया और डायरी में लिखी कमियों पर काम करने के लिए कहा, जिसका परिणाम टाटा सूमो के रूप में निकलकर सामने आया।

25 साल तक सड़कों पर दौड़ी सूमो

1990 के दशक में टाटा कंपनी ने टाटा सूमो गाड़ी लॉन्च की और महज तीन साल के अंदर शोरूमों से 1 लाख टाटा सूमो बिक गईं। लगभग 25 साल तक लोगों की फेवरेट बनी रही टाटा सूमो को कंपनी ने 2019 में रिटायर कर दिया।

 

 

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