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अमिताभ बच्चन के मुश्किल दौर में जया बच्चन ने कैसे संभाला घर, श्वेता बच्चन नहीं हुई मां की बात से सहमत

Jaya bachchan On Amitabh Hard Times: जया बच्चन ने एक इंटरव्यू में अमिताभ बच्चन के मुश्किल दौर को लेकर खुलकर बात की। उन्होंने बताया कि उन्होंने उस समय कैसे पति और घर को संभाला। श्वेता बच्चन ने भी बताया कि वो मुश्किल वक्त से कैसे डील करती हैं।
04:18 PM Mar 15, 2024 IST | Deeksha Priyadarshi
Amitabh Jaya
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Jaya bachchan On Amitabh Hard Times: सदी के महानायक कहे जाने वाले अमिताभ बच्चन को अपने जीवन में कई उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ा है। वो फिर चाहे बॉलीवुड में स्ट्रगल का दौर हो, कुली के हादसे के बाद तमाम हेल्थ इश्यूज से लड़ने की बात हो या फिर दिवालिया होने के बाद एक बार फिर वापसी करने की बात हो। अमिताभ हर मुश्किलों से लड़ने की कला जानते हैं।

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हाल ही में जया बच्चन ने नातिन नव्या नवेली के पॉडकास्ट शो ' व्हाट द हेल नव्या' के दौरान पति के जीवन के सबसे मुश्किल दौर को लेकर खुलकर बात की। उन्होंने बताया कि किस तरह उन्होंने उस दौरान पति और घर को संभाला। हालांकि, श्वेता बच्चन मां की कुछ बातों से असहमत दिखीं।

जया बच्चन ने अमिताभ को चुप-चाप ऐसे किया सपोर्ट

नव्या नवेली के पॉडकास्ट शो ' व्हाट द हेल नव्या' के लेटेस्ट एपिसोड में जया बच्चन, श्वेता बच्चन और नव्या नवेली वुमन एंड फेलियर सब्जेकट पर बात कर रही होती हैं। इसी दौरान नव्या नानी जया से पूछती हैं कि आपने नाना के मुश्किल दौर में उन्हें कैसे सपोर्ट किया था। इस सवाल पर जया बच्चन कहती हैं कि हम जीवन में कई बार मुश्किल दौर से गुजरे हैं।

जया ने कहा कि जब एक आदमी बुरे दौर से गुजरता है तो उस समय जरूरी है कि परेशान होने या चिक चिक करने के बजाए शांत रहें। चुपचाप उनके साथ खड़े रहें और बताएं कि मैं आपके साथ हूं। जब उनको आपकी जरूरत होगी वो खुद आपको बताएंगे। जया का साफ मतलब है कि परेशानी के समय में घर के माहौल को पॉजिटिव बनाना ज्यादा जरूरी है।

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श्वेता अपनी मां से दिखीं असहमत

श्वेता नंदा ने इंटरव्यू में बताया कि मैं इससे सहमत नहीं हूं कि अगर एक पुरुष मुश्किल दौर से गुजर रहा होता है तो उसकी आगे बढ़कर मदद करना चाहिए। वो किसी भी मुश्किल का समाधान ढूंढने में विश्वास रखती हैं। श्वेता का मानना है किसी भी फेलियर को पुरुष अपना पर्सनल फेलियर मानते हैं और निराश होने लगते हैं। ऐसे समय में जरूरी है कि उन्हें सपोर्ट करें।

अमिताभ ने खुद को बर्बाद होने से कैसे बचाया

1996 में ‘अमिताभ बच्चन कॉरपोरेशन लिमिटेड’ नाम की कंपनी बनाई थी, जिसका लक्ष्य हजार करोड़ की कंपनी बनना था। लेकिन इस बैनर के अंडर बनी फिल्म बुरी तरह फ्लॉप हुई और मिस इंडिया कॉन्टेस्ट को ऑर्गनाइज करवाने में भी अमिताभ का बहुत नुकसान हुआ। इसके बाद अमिताभ के ऊपर 90 करोड़ का कर्ज चढ़ गया। वो दिवालिया हो गए। लेनदार धमकी और गालियां देने लगे। कोर्ट से नोटिस आ गया। घर गिरवी रखना पड़ा। इसके बाद अमिताभ  ने केबीसी का होस्ट किया और धीरे-धीरे इस मुश्किल वक्त से उभरे।

मर्द फेल होता तो महिलाएं क्यों होती हैं ब्लेम 

नव्या ने अपनी मां और नानी से पूछा जब घर का मर्द फेल होता है तो इसका दोष महिलाओं को क्यों दिया जाता है। इसके जवाब में जया और श्वेता दोनों का कहना होता है कि क्योंकि हमारी सोसाइटी ऐसी ही है, हमारे यहां इसलिए एक कहावत कही जाती है कि हर कामयाब आदमी के पीछे एक औरत का हाथ होता है।

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