Manoj Bajpayee ने लोकसभा चुनावों पर तोड़ी चुप्पी, कहा- 25 साल से मिल रहा है टिकट का ऑफर मगर...
Manoj Bajpayee: बॉलीवुड एक्टर मनोज बाजपेयी ने पर्दे पर कई यादगार किरदार निभाए हैं। बड़े पर्दे पर एक्टिंग करने से लेकर ओटीटी पर अपनी अदाकारी का लोहा मनवा चुके मनोज बाजपेयी (Manoj Bajpayee) किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। बी-टाउन की इस मशहूर हस्ती ने न्यूज 24 के स्पेशल संवाद और विश्लेषण कार्यक्रम मंथन में शिरकत की थी। इस दौरान मनोज बाजपेयी ने अपनी जिंदगी से जुड़े कई किस्से शेयर किए हैं।
राजीव रंजन का रोल निभाने की ख्वाहिश
मनोज बाजपेयी ने कहा कि, अगर कभी उन्हें पत्रकार का रोल अदा करने का मौका मिलेगा तो वो वरिष्ठ पत्रकार राजीव रंजन का रोल निभाना चाहते हैं। मनोज अक्सर एक्स प्लेटफॉर्म (ट्वीटर) पर राजीव रंजन का शो देखना पसंद करते हैं। वहीं खाली समय में उन्हें किताबें पढ़ना भी काफी पसंद है।
ओटीटी ने बदली कई एक्टर्स की जिंदगी
ओटीटी पर बात करते हुए मनोज बाजपेयी ने कहा कि, कोरोना काल ने फिल्म इंडस्ट्री को डेमोक्रेटाइज कर दिया। उन्होंने कहा कि, फिल्म इंडस्ट्री कई लोगों से कट गई थी। इंडस्ट्री के बाकी लोग जो उसका हिस्सा नहीं थे, वो लगातार संघर्ष कर रहे थे। कुछ लोग तो किनारे पर आ गए थे। मेरे जैसे मोटी चमड़ी के लोग काफी कम थे, जो लगे हुए थे। दर्शकों को पहली बार हिन्दी सिनेमा के अलावा कई एक्टर्स और कहानियां देखने का मौका मिला। इस एक्सपोजर के कारण आज स्थिति यह है कि आज कोई एक्टर नहीं है जो कहे सिर्फ मैं ही मैं हूं। अब कॉम्प्टीशन काफी बढ़ गया है। सभी की अपनी अलग पहचान है और हर एक्टर की फैन फॉलोइंग बढ़ गई है।
तीन महीने से घर बैठा हूं
मनोज ने उदाहरण देते हुए कहा, आज कई एक्टर्स की लाइफस्टाइल अच्छी हो गई है। उन्हें काम मिल रहा है। मैं तीन महीने से घर पर बैठा हूं। 'फैमिली मैन' का डेट मुझसे ले लिया गया था। मैं खाली हूं लेकिन बाकी की स्टार कास्ट खाली नहीं है। तो मुझे उनका इंतजार करना पड़ा रहा है। अब अगले महीने 'फैमिली मैन' की शूटिंग शुरू होगी। तो ओटीटी ने लोगों को इतना व्यस्त कर दिया है। ओटीटी ने लोगों को ना सिर्फ काम दिया है बल्कि इज्जत और सम्मान दिया है।
रात में काला चश्मा पहनने का राज
कई फिल्म स्टार्स रात में काले चश्मा लगाते हैं। जिसपर बात करते हुए मनोज बाजपेयी मजाकिया अंदाज में कहा कि, कई लोग दिनभर की शूटिंग से थक जाते हैं और कम सोने को मिलता है। इससे आंखें लाल और सूजी हुई दिखती हैं। जिसे छिपाने के लिए लोग रात में काला चश्मा लगा लेते हैं। जिससे फोटो अच्छी आए।
मनोज को मिला चुनाव लड़ने का ऑफर
देश की राजनीति पर चर्चा करते हुए मनोज बाजपेयी ने कहा कि, उन्हें पिछले 25 सालों से टिकट ऑफर होते हैं। मनोज का कहना है कि, सत्या फिल्म की रिलीज के बाद उन्हें राज्यसभा, लोकसभा और विधानसभा चुनावों में हिस्सा लेने का मौका मिला है। सभी पार्टियों ने मुझे टिकट का ऑफर दिया। लेकिन मैंने बचपन से राजनीति देखी है। मैं बिहारी आदमी हूं। मेरे घर में राजनीतिक माहौल रहा है। हमारे बाबू जी रोज सुबह हमें अखबार पढ़ने को देते थे और फिर सभी के बीच में बहस भी होती थी।
लालू यादव से मिलने पहुंचे मनोज
मनोज बाजपेयी ने कहा कि, राजनीति जो उस समय देखा मैंने, उसके बाद राजनीति का स्तर गिरता चला गया। तब से मैंने फैसला कर लिया मैं राजनीति के लायक नहीं हूं और मैं इसमें नहीं पडूंगा। कमाल की बात यह है कि, एक बार मैं गांव गया तो पता चला कि लालू जी बीमार हैं। मैं उन्हें पहले से जानता था। तो मैं उनसे मिलने पहुंचा और बाद में कई लोगों ने मुझे टिकट भी दे दिया था RJD से। इसी बीच मेरे गांव से फोन आने लगे कि भाई बिहार में बहुत हंगामा हो रहा है। लोग कह रहे हैं कि बीजेपी से चुनाव लड़ रहे हो।
लोगों से की वोट देने की अपील
मनोज बाजपेयी ने अपने शौक के बारे में बात करते हुए कहा कि, खाली समय में उन्हें पढ़ना बेहद पसंद है। लोकसभा चुनावों पर अपील करते हुए मनोज बाजपेयी ने कहा कि, चुनाव आ रहे हैं वोट दीजिए अच्छे से। एक बार अगर वोट दे दिया तो लोगों का कर्तव्य वहां से खत्म हो जाता है। इसलिए वोट जरूर दीजिएगा।
राम मंदिर बनने पर हुई खुशी
राम मंदिर पर बात करते हुए मनोज बाजपेयी ने कहा कि, मैं बचपन से बहुत धार्मिक आदमी हूं। हमारे बाबा मंदिर में रोज रामायण पढ़ते थे। तो मंदिर बनने पर किसको खुशी नहीं होगी। हमें भी खुशी हुई। कई लोग गए वहां।