Ananya Panday का पहले पीरियड्स पर क्या था रिएक्शन? मां का किया ये खास काम, एक्ट्रेस को आज भी याद
Ananya Panday: अनन्या पांडे ने जब से बॉलीवुड में कदम रखे हैं वो अपनी पर्सनल लाइफ पर कई खुलासे कर चुकी हैं। एक्ट्रेस को किन परेशानियों से गुजरना पड़ा? उनके पिता चंकी पांडे (Chunky Panday) को कितना स्ट्रगल करना पड़ा? इन सब पर तो अनन्या पांडे कई बार बात कर चुकी हैं। वहीं, इस बार अनन्या ने कुछ बेहद पर्सनल खुलासे किए हैं जो आमतौर पर एक्ट्रेस नहीं करतीं। अब अनन्या पांडे ने अपने पहले पीरियड्स पर बात की है और रिवील किया है कि उन्हें उस दौरान कैसा महसूस हुआ था?
पीरियड्स पर लगा स्टिग्मा हटाना चाहती हैं अनन्या
हाल ही में एक ब्रांड को प्रमोट करते हुए एक्ट्रेस ने इस बात पर काफी जोर दिया कि पीरियड्स पर खुलकर बात करना कितना जरूरी है ताकि इस स्टिग्मा को हमेशा के लिए हटाया जा सके। 'कॉल मी बे' (Call Me Bae) एक्ट्रेस ने बताया कि जब उन्हें पहली बार पीरियड्स हुए थे तो वो कितना डर गई थीं और बेहद कंफ्यूज थीं। अनन्या पांडे का कहना है कि उनकी मां भावना पांडे (Bhavana Pandey) और दादी ने उस वक्त उन्हें काफी सपोर्ट किया था और पीरियड्स को लेकर उनकी सोच हमेशा के लिए बदल कर रख दी थी।
स्कूल में पहली बार पीरियड्स हुए तो डर गई थीं अनन्या
अनन्या पांडे ने बताया है कि जब उन्हें अपने पहले पीरियड्स हुए थे तो वो स्कूल में थीं और काफी डर गई थीं और कंफ्यूज थीं क्योंकि इसके बारे में उनसे पहले कभी किसी ने कोई बात नहीं की थी। अब वो चाहती हैं कि इस टॉपिक पर स्कूलों और घरों में ज्यादा से ज्यादा बात की जाए ताकि ये नॉर्मल लगने लगे। एक्ट्रेस ने रिवील किया है कि उनके पहले पीरियड्स पर उनकी मां और दादी ने सेलिब्रेशन रखा था, जिसके कारण अब वो इन्हें पॉजिटिव तरीके से देखती हैं। वो चाहती हैं कि लोगों में इसे लेकर जागरूकता बढ़े, ताकि स्कूल और वर्क प्लेस पर महिलाएं जब मुश्किलों का सामना कर रही हों तो उन्हें सपोर्ट मिले।
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मां और दादी मनाती हैं अनन्या के पीरियड्स पर जश्न
अनन्या पांडे ने एक बेहद दिलचस्प बात बताई है कि उनकी मां और दादी अक्सर गिफ्ट्स देकर उनके पीरियड्स सेलिब्रेट करती हैं और इससे उन्हें पीरियड से जुड़ी शर्म से उबरने में मदद मिली है। मां और दादी से ही अनन्या पांडे को इस बात का एहसास हुआ है कि ये शर्मिंदगी नहीं बल्कि खुशी का मोमेंट है। अब उनके खुलकर बात करने से कई लोग जागरूक होंगे, जो एक सोसाइटी के लिए बेहद जरूरी है।