मशहूर एक्ट्रेस से बिछड़ कर रोए थे वेटरन एक्टर देव आनंद, बॉलीवुड में अधूरी रह गई दोनों की प्रेम कहानी
Dev Anand & Suraiya Lovestory: सिनेमा की एक शानदार अदाकारा सुरैया के चाहने वालों की कोई कमी नहीं थी। एक्ट्रेस की प्रोफेशनल लाइफ जितनी सक्सेसफुल रही थी उतनी ही दर्दनाक और विवादों से भरी उनकी निजी जिंदगी रही। सुरैया को ना ही सिर्फ फैंस बल्कि एक्टर्स भी काफी चाहते थे। उनके साथ काम कर चुके बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता देव आनंद साहब भी सुरैया के कायल थे। देव साहब का पहला प्यार थीं सुरैया। इन दोनों के बारे में एक और बात आप जानकर हैरान रह जाएंगे और वो ये है कि देव आनंद अगर किसी लड़की के लिए काफी रोए तो वो कई और नहीं बल्कि सुरैया ही थीं। इस बात का जिक्र खुद एक्टर ने एक इंटरव्यू में किया था। आज दोनों भले ही हमारे बीच नहीं है लेकिन इन दोनों की अधूरी प्रेम कहानी बॉलीवुड के गलियारों में काफी यागदार रही है।
सुरैया से बेइंतहा मोहब्बत करते थे देव आनंद
सुरैया की निजी जिंदगी भी उतनी ही दिलचस्प रही जितनी उनकी फिल्मी जिंदगी। 'मल्लिका-ए-हुस्न' के नाम से मशहूर सुरैया की जिन्दगी में एक ऐसा किस्सा छुपा है जो उनके और देव आनंद के बीच गहरे प्रेम को दर्शाता है लेकिन फिर ये रिश्ता एक शर्त और धमकी की वजह से बिखर गया।
सुरैया और देव आनंद की प्रेम कहानी की शुरुआत साल 1948 में फिल्म 'विद्या' के सेट पर हुई थी। दोनों साथ में काम करते हुए काफी करीब आ गए और जल्दी ही उनकी दोस्ती प्रेम में बदल गई। देव आनंद ने सुरैया को प्रपोज करते हुए ज्यादा देर नहीं की लेकिन उन्हें क्या पता था कि सुरैया की नानी उनके प्यार की सबसे बड़ी दुश्मन बन बैठेंगी। सुरैया की नानी, जो बहुत सख्त और पारंपरिक विचारों की थीं, उन्होंने सुरैया और देव आनंद के रिश्ते को कभी भी स्वीकार नहीं किया।
नानी की धमकी और देव आनंद की शर्त
सुरैया की नानी ने साफ तौर पर चेतावनी दी थी कि अगर सुरैया ने देव आनंद से शादी की, तो वो उन्हें अरेस्ट करवा देंगी। इस धमकी ने सुरैया को दुविधा में डाल दिया। इस बीच, देव आनंद ने शादी के लिए प्रपोज किया लेकिन इसके साथ एक शर्त भी रख दी। उन्होंने कहा कि वो कोर्ट मैरिज करेंगे लेकिन सुरैया को फिल्मों को अलविदा कहना होगा। ये शर्त सुरैया के लिए काफी मुश्किल थी क्योंकि उनका फिल्मी करियर उनके लिए बेहद जरूरी था।
सुरैया ने देव साहब से अलग होने का फैसला किया
दोनों के बीच करीबियों के बावजूद जब सुरैया की नानी ने धमकी दी तो उन्होंने देव आनंद से अलग होने का फैसला लिया। सुरैया की नानी ने हर संभव प्रयास किया कि सुरैया और देव आनंद का रिश्ता टूट जाए। हालांकि सुरैया और देव आनंद ने अपने रिश्ते को गुप्त रखने की कोशिश की। देव आनंद हर शुक्रवार देर रात सुरैया को फोन करते थे और घंटों तक बातें करते थे। सुरैया इस दौरान हमेशा लैंडलाइन के पास होतीं ताकि देव आनंद से बात कर सकें। लेकिन ये भी ज्यादा वक्त तक चल नहीं पाया और सुरैया को आखिरकार जमाने की पाबंदियों के आगे झुकना ही पड़ा।
देव आनंद ने इंटरव्यू में सुरैया को किया याद
सुरैया की जिंदगी में ये एक ऐसी प्रेम कहानी थी जो पूरी नहीं हो पाई लेकिन उनके दिल में देव आनंद की यादें हमेशा बसी रहीं। उन्होंने कभी शादी नहीं की और हमेशा अकेली ही रहीं। देव आनंद ने इंटरव्यू में सुरैया को लेकर कहा कि वो मेरा पहला प्यार थी। अगर मैं जिंदगी में किसी लड़की के लिए रोया तो वो सुरैया ही थी। लेकिन वो मेरी नहीं हो पाई। हमारी प्रेम कहानी कभी पूरी नहीं हो पाई।
देव आनंद-सुरैया की साथ में फिल्में
देव आनंद और सुरैया ने अपने करियर में कई यादगार फिल्में कीं। उनकी प्रमुख फिल्मों में 1948 की 'विद्या' और 'हुमना' शामिल हैं, जहां उनकी केमिस्ट्री ने दर्शकों को प्रभावित किया। इसके अलावा 'शेरनी' (1953) और 'मिर्जा साहिबा' (1957) में भी उनकी जोड़ी को खूब सराहा गया। इन फिल्मों के माध्यम से दोनों ने अपनी अभिनय कला और शानदार जोड़ी से दर्शकों का दिल जीता।