Vestibular Hypofunction बीमारी क्या? जिससे जूझ रहे Varun Dhawan, लक्षण और इलाज क्या?
Varun Dhawan Vestibular Hypofunction Disease: बॉलीवुड के दिलों पर राज करने वाले एक्टर वरुण धवन ने कुछ समय पहले अपनी बीमारी को लेकर खुलासा किया था। एक इंटरव्यू में वरुण ने अपने स्वास्थ्य को लेकर रिवील किया था कि वो एक दुर्लभ बीमारी वेस्टिबुलर हाइपोफंक्शन से पीड़ित हैं। इस बीमारी के कारण उनके शरीर का संतुलन बिगड़ने लगा था और इससे उन्हें लॉकडाउन के दौरान कई परेशानियों का सामना करना पड़ा था। चलिए आपको बताते हैं आखिर क्या है ये बीमारी और इसके लक्षण क्या हैं।
क्या है वेस्टिबुलर हाइपोफंक्शन?
वरुण धवन ने अपनी बीमारी के बारे में बताते हुए कहा कि ये एक ऐसी समस्या है, जो कानों से जुड़ी होती है और शरीर के संतुलन को प्रभावित करती है। इस बीमारी के कारण दिमाग में भी असर पड़ता है, जिससे व्यक्ति को चलने-फिरने में दिक्कतें आती हैं। मेडिकल विशेषज्ञों के मुताबिक, वेस्टिबुलर हाइपोफंक्शन तब होता है जब इंसान का वेस्टिबुलर सिस्टम ठीक से काम नहीं करता। ये सिस्टम शरीर के बैलेंस को बनाए रखने के लिए जिम्मेदार होता है। इस बीमारी के कारण मरीज को चक्कर, उलटी, घबराहट और कभी-कभी आंखों में धुंधलापन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
वरुण धवन ने किया था खुलासा
वरुण ने साल 2022 में खुलासा किया था कि इस बीमारी के कारण उन्हें कोरोनाकाल के दौरान बेहद कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था। लॉकडाउन में घर में रहते हुए, उन्होंने खुद को इस स्थिति से उबारने के लिए योगा, स्विमिंग, फिजियोथेरेपी को अपनाया। इसके बाद उनका स्वास्थ्य धीरे-धीरे बेहतर होने लगा। वरुण ने सोशल मीडिया पर अपने फैंस से भी इस बारे में बात की और बताया कि अब उनकी सेहत में सुधार हो चुका है। उन्होंने इस कठिन दौर में उनके साथ खड़े रहने वाले लोगों का भी धन्यवाद किया।
क्या होते हैं इसके लक्षण?
ये बीमारी आमतौर पर शरीर के संतुलन में कमी और चक्कर आने जैसी समस्याएं पैदा करती है। इसके अलावा इस बीमारी के लक्षणों में उलटी, घबराहट, डिप्रेशन, आंखों का धुंधला होना, गाड़ी चलाने या सीढ़ियों से चढ़ने में परेशानी और बार-बार गिरने की समस्या भी हो सकती है। अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए, क्योंकि ये लक्षण गंभीर हो सकते हैं।
इस समस्या से उबरने के उपाय
वरुण धवन ने इस बीमारी के इलाज के लिए जो कदम उठाए, वो काफी कारगर साबित हुए। उनका कहना है कि संतुलन में सुधार के लिए उन्होंने अपने लाइफस्टाइल में कुछ जरूरी बदलाव किए। उन्होंने धूम्रपान से परहेज किया और अपनी रोज की आदतों को भी बदला। अगर किसी को ये समस्या ज्यादा गंभीर हो, तो डॉक्टर सर्जरी की सलाह भी दे सकते हैं। इसके अलावा वेस्टिबुलर हाइपोफंक्शन के लक्षणों से उबरने के लिए विशेषज्ञ से बात करना बेहद जरूरी है, ताकि व्यक्ति अपनी रोजमर्रा की चीजें बिना किसी परेशानी के पूरा कर सके।
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