'मदर इंडिया' से बना सुपरस्टार, फिर पहुंचा जेल, बाहर आया तो बदलनी पड़ी पहचान, बॉलीवुड एक्टर कौन?
Bollywood Superstar: जानी.. हम तुम्हें मारेंगे, और जरूर मारेंगे.. लेकिन वो बंदूक भी हमारी होगी, गोली भी हमारी होगी और वक्त भी हमारा होगा... इस फेमस डायलॉग को सुनकर आपको पता चल ही गया होगा कि हम किसकी बात कर रहे हैं। जी हां, सही समझा आपने... ये कभी मुंबई पुलिस में सब इंस्पेक्टर हुआ करते थे लेकिन किस्मत इन्हें फिल्मों तक खींच लाई। हम बात कर रहे हैं बॉलीवुड के फेमस एक्टर राज कुमार की जिनके डायलॉग आज भी लोगों की जुबान पर रहते हैं। राज कुमार ने अपने करियर की शुरुआत में कुछ फिल्में की लेकिन उन्हें वो सफलता नहीं मिल सकी जो 1950 में आई फिल्म 'मदर इंडिया' ने दिलाई। नरगिस और सुनील दत्त की इस फिल्म ने रातों-रात उन्हें स्टार बना दिया था। आइए जानते हैं उनके बारे में...
एक हादसे ने बदली जिंदगी
जिस समय बॉलीवुड इंडस्ट्री पर राज कपूर, देव आनंद और देव आनंद जैसी तिकड़ी का राज चलता था, उस वक्त राज कुमार इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने की कोशिश में लगे हुए थे। स्ट्रगलिंग पीरियड के दौरान उनके हाथ लगी भारत में अब तक की सबसे बड़ी ब्लॉकबस्टर फिल्म 'मदर इंडिया'। इस फिल्म से राज कुमार सुपरस्टार तो बनें लेकिन उनकी जिंदगी में बुरा वक्त तब आया जब उन्हें जेल जाना पड़ा। एक रात में राज कुमार की पूरी जिंदगी बदल गई। एक मर्डर केस में फंसने के बाद उन्होंने उस स्टारडम को खो दिया जो उन्हें 'मदर इंडिया' से मिला था।
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क्या था पूरा मामला?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, फिल्म 'मदर इंडिया' की रिलीज के बाद राज कुमार अपने दोस्त प्रकाश अरोड़ा और उनकी वाइफ के साथ देर शाम आउटिंग पर निकले थे। बताया जाता है कि एक्टर एक दुकान पर पान खाने के लिए उतरे जहां उनके साथ कुछ लोगों ने किसी बात पर झगड़ा शुरू कर दिया। बात इतनी आगे बढ़ी कि दोनों में मारपीट शुरू हो गई। इस दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई। इस मामले में राज कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया। एक्टर को करीब एक साल तक जेल में रहना पड़ा था। जेल से बाहर आने के बाद एक्टर ने अपनी नई जिंदगी की शुरुआत की।
बदल लिया था नाम
बता दें कि उनका असली नाम कुलभूषण पंडित था, जिसे बदलकर वो राज कुमार बने थे। एक्टर ने अपने नाम को बदलने के पीछे की वजह भी बताई थी। उनका कहना था कि एक हीरो के किरदार के लिए राज कुमार नाम ज्यादा फिट बैठता है। एक साल 1959 में लंबे स्ट्रगल के बाद राज कुमार ने फिल्म 'पैगाम' से इंडस्ट्री में धमाकेदार वापसी की। यह फिल्म भी बॉक्स ऑफिस पर ब्लॉकबस्टर साबित हुई। इसके बाद उन्होंने सौदागर, पाकीजा, तिरंगा, दिल अपना और प्रीत पराई जैसी कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया। 1996 में आखिरी सांस तक वो एक्टिंग में एक्टिव रहे थे।