IC 814 हाईजैकिंग प्लेन में ‘लाल बैग और सूटकेस’ में क्या? ‘रहस्य’ आज तक अनसुलझा

IC 814: The Kandahar Hijack: नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई 'आईसी 814: द कंधार हाईजैक' की कुछ बातें अभी भी मिस्ट्री ही बनी हुई हैं। हाईजैक के दौरान सामने आए लाल और काले बैग को लेकर अभी भी कुछ साफ नहीं हुआ है।

featuredImage
IC 814: The Kandahar Hijack

Advertisement

Advertisement

IC 814: The Kandahar Hijack: हाल ही में नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई 'आईसी 814: द कंधार हाईजैक' सुर्खियों में बनी हुई है। सीरीज को लेकर खूब विवाद हुआ। साथ ही इस मामले में बवाल होने के बाद सीरीज में बदलाव भी किए गए, लेकिन सवाल अभी भी ऐसा ही है, जो मिस्ट्री बना हुआ है और इसका आज तक यानी 25 साल बाद भी खुलासा नहीं हुआ है। दरअसल, हम जिस बारे में चर्चा कर रहे हैं वो कुछ और नहीं बल्कि IC 814 के हाईजैक के दौरान विमान में रखे गए वो लाल बैग और काला सूटकेस हैं, जिसकी मिस्ट्री अभी तक साफ नहीं हुई है। आखिर उन बैग में ऐसा क्या था कि आज 25 सालों बाद भी ये सवाल पहेली की तरह उलझा हुआ है?

लाल बैग और काले सूटकेस का रहस्य क्या?

दरअसल, हाईजैकिंग के दौरान विमान में दो लाल बैग और काला सूटकेस था, जिसको लेकर आज तक कुछ साफ नहीं हुआ है। अभी भी लोगों के मन में ये सवाल है कि आखिर उन बैग्स में क्या था? हालिया रिलीज सीरीज की बात करें तो उसमें लाल बैग में आरडीएक्स या ग्रेनेड होने की बात कही गई है। हालांकि इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं है। साथ ही काले सूटकेस की मिस्ट्री अभी भी मिस्ट्री ही है। हालांकि कांग्रेस ने इन बैग्स की जांच संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से करान की मांग की थी।

विदेश मंत्री जसवंत सिंह के पास भी था लाल बैग

गौर करने वाली बात है कि जब तीनों आंतकियों को कंधार ले जाया जा रहा था, तो उस वक्त विदेश मंत्री जसवंत सिंह के पास एक लाल रंग का बैग थे, लेकिन उस बैग में क्या था, इस बारे में आज तक किसी को कुछ नहीं पता। हालांकि इसको लेकर कांग्रेस ने मुद्दा उठाया था और कहा गया था कि उस बैग में 200 मिलियन डॉलर थे, जो हाईजैकर्स को दिए गए थे। हालांकि अगर भारत ने फिरौती मांग को मना कर दिया था, तो फिर उस बैग में क्या था, ये आज भी एक सवाल ही है।

काला सूटकेस भी रहस्य

हाईजैकिंग के दौरान एक काले रंग का सूटकेस भी रहस्य बनकर रह गया। दरअसल, इसको लेकर कहा गया कि उस बैग में एक लाख डॉलर थे, जो कंधार में रिफ्यूलिंग के लिए था। हालांकि रकम कम लगनी थी, लेकिन टीम इसे ज्यादा लेकर गई थी। रिपोर्ट्स की मानें तो इसको लेकर यही कहा गया कि भारतीय टीम जो कंधार गई थी उसके पास इसका होना जरूरी था, क्योंकि तालिबान लैंडिंग चार्ज और रिफ्यूलिंग चार्ज की कोई रसीद नहीं देगा। इसलिए 40 डॉलर हजार का भुगतान किया गया, जो तालिबान चाहता था।

हाईजैकर्स का था बैग

इसके अलावा फ्लाइट में एक और बैग था, जो रहस्य ही बना रहा। ये बैग हाईजैकर्स का था, जिसको लेकर कहा गया कि इसमें विस्फोटक था और हाईजैकर्स के पासपोर्ट भी थे। हालांकि इस बैग को लेकर भी कुछ खास सामने नहीं आया। बाद में जब सभी यात्री वहां से चले गए थे तो हाईजैकर्स इसे लेने वापस आए थे।

यह भी पढ़ें- ‘प्राइवेट पार्ट’ ने करवाया Renukaswamy का कत्ल? चार्जशीट में Pavithra Gowda पहली आरोपी क्यों?

Open in App
Tags :