होमखेलवीडियोधर्म
मनोरंजन.. | मनोरंजन
टेकदेश
प्रदेश | पंजाबहिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारउत्तर प्रदेश / उत्तराखंडगुजरातछत्तीसगढ़दिल्लीझारखंड
धर्म/ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियावेब स्टोरीजबिजनेसहेल्थएक्सप्लेनरफैक्ट चेक ओपिनियननॉलेजनौकरीभारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस
Advertisement

बीजेपी सांसद कंगना की 'इमरजेंसी' पर सरकार ने ही लगाया ब्रेक! केंद्र ने फंसा दिया पेंच?

Kangana Ranaut Film Emergency Controversy: कंगना रनौत की फिल्म 'इमरजेंसी' को लेकर अब सरकारी सूत्रों की तरफ से बड़ी टिप्पणी की गई है। फिल्म की रिलीज डेट पोस्टपोन होने के बाद अब कंगना को सरकार से भी झटका लगता हुआ नजर आ रहा है।
08:11 PM Sep 02, 2024 IST | Himanshu Soni
Kangana Ranaut Film Emergency Controversy
Advertisement

Kangana Ranaut Film Emergency Controversy: कंगना रनौत की फिल्म 'इमरजेंसी' इन दिनों विवादों में चल रही है। इस फिल्म में एक्ट्रेस पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की भूमिका निभा रही हैं, जिस पर अब कई सवाल उठने लगे हैं। फिल्म की रिलीज डेट पहले से ही पोस्टपोन कर दी गई है, अब ऐसा लग रहा है कि कंगना की फिल्म को लेकर सरकार को भी डर सताने लगा है। पहले ये फिल्म 6 सितंबर को रिलीज होने वाली थी लेकिन अब इसकी रिलीज को लेकर कोई अपडेट नहीं आया है।

Advertisement

फिल्म को लेकर सरकार ने जताई चिंता-सूत्र

सरकारी सूत्रों के अनुसार, कुछ धार्मिक संगठनों ने फिल्म के खिलाफ आपत्ति जताई है और कहा है कि फिल्म में ऐसा कंटेंट है जो धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचा सकता है। इस वजह से फिल्म को अभी तक सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) से सर्टिफिकेट नहीं मिला है। वहीं एनडीटीवी में छपी खबर के मुताबिक सूत्रों ने कहा है कि सरकार इन चिंताओं को गंभीरता से ले रही है और फिलहाल फिल्म की रिलीज पर रोक लगा दी गई है।

सिख समुदाय ने की रोक की मांग

सिख समुदाय के कई संगठनों ने 'इमरजेंसी' के रिलीज पर रोक लगाने की मांग की है। उनका आरोप है कि फिल्म सिख समुदाय की छवि को गलत तरीके से पेश कर रही है। प्रमुख सिख संस्था शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने फिल्म के निर्माताओं को कानूनी नोटिस भेजा है, जिसमें फिल्म से आपत्तिजनक सीन हटाने की मांग की गई है। उनका कहना है कि इन सीन्स से सिख भावनाओं को ठेस पहुंच सकती है।

Advertisement

कंगना रनौत ने जाहिर की निराशा  

भाजपा की सांसद कंगना रनौत ने इस पूरे मामले को लेकर निराशा जाहिर की है। उन्होंने फिल्म और नेटफ्लिक्स की सीरीज 'IC814: द कंधार हाईजैक' के बीच तुलना करते हुए कहा है कि सेंसरशिप सिर्फ उन फिल्मों पर लागू होती है जो "ऐतिहासिक तथ्यों" पर आधारित हैं।

कंगना ने ये भी आरोप लगाया कि OTT प्लेटफॉर्म पर हिंसा और अश्लीलता को बिना किसी सेंसरशिप के दिखाया जा सकता है, जबकि ऐतिहासिक घटनाओं को राजनीतिक मंशा के मुताबिक प्रस्तुत करने पर सेंसरशिप लगाई जाती है। उन्होंने कहा, "कम्युनिस्टों और लेफ्टिस्टों को पूरी आजादी है कि वो अपनी मर्जी से फिल्में बनाएं, जबकि हम पर सेंसरशिप लगाई जाती है।"

आपको बता दें फिलहाल अनुभव सिन्हा की फिल्म 'IC814' पर भी विवाद चल रहा है, जिसमें हाइजैकर्स के नाम को लेकर मतभेद हैं। इस मामले में सरकार ने नेटफ्लिक्स इंडिया की कंटेंट प्रमुख मोनिका शेरगिल को तलब किया है और कहा है कि ये मुद्दा गंभीर है।

कंगना ने 'IC814' को लेकर किया ट्वीट

कंगना रनौत ने भाजपा नेता अमित मालवीय के 'IC814' पर किए गए पोस्ट का जवाब देते हुए X पर लिखा, "किसी भी OTT प्लेटफॉर्म पर भारत की अखंडता और एकता पर आधारित फिल्में बनाना मुश्किल हो गया है। ऐसा लगता है कि सेंसरशिप केवल उन लोगों के लिए है जो देश के विभाजन के खिलाफ हैं और ऐतिहासिक तथ्यों पर आधारित फिल्में बनाते हैं। ये निराशाजनक और अन्यायपूर्ण है।"

यह भी पढ़ें: दीपिका पादुकोण के मैटरनिटी फोटोशूट ने लूटा दिल, नकली बेबी बंप की अफवाहों पर लगाया ब्रेक

Open in App
Advertisement
Tags :
Actress Kangana RanautEmergency
Advertisement
Advertisement