ठंडे बस्ते में जाने वाली थी 'सत्या', Manoj Bajpayee बोले- मुझे डर था कि....
Manoj Bajpayee: अभिनेता मनोज बाजपेयी अक्सर अपने बेहतरीन किरदारों के लिए पहचाने जाते हैं। जी हां, भले ही कितने भी साल बीत गए जाए, लेकिन जो किरदार दर्शकों के दिल में एक बार बस जाता है, वो हमेशा उनके जहन में रहता है। मनोज बाजपेयी का भी एक ऐसा ही किरदार है, जो आज भी लोगों के जहन में है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक्टर की ये फिल्म ठंडे बस्ते में जाने वाली थी? अगर नहीं तो फिर आइए आपको बताते हैं?
भीकू म्हात्रे की भूमिका के लिए बहुत अभारी हूं- मनोज
दरअसल, हाल ही में मनोज बाजपेयी ने ईटाइम्स के साथ एक खास बातचीत की। इस दौरान एक्टर ने अपने निभाए किरदारों पर भी बात की। जी हां, मनोज ने फिल्म 'सत्या' में उनके रोल भीकू म्हात्रे के बारे में बात करते हुए कहा कि मेरे पास बहुत सारी यादें हैं। मैं भीकू म्हात्रे को धन्यवाद देता हूं, जो मेरे करियर के लिए बेहद शानदार साबित हुआ। मैं भीकू म्हात्रे की भूमिका के लिए बहुत अभारी हूं क्योंकि जहां मैं काम कर रहा हूं, अगली पीढ़ी के साथ सहयोग कर रहा हूं और अपने दोस्त अबान के साथ काम कर रहा हूं। इसने बहुत लंबा करियर मुझे दिया है।
मेरे पास भीकू म्हात्रे की अनगिनत यादें हैं- मनोज
मनोज ने आगे कहा कि मेरे पास भीकू म्हात्रे की अनगिनत यादें हैं। उन्होंने बताया कि 'मेकिंग ऑफ सत्या' पर एक बुक है और इस किताब को उदय भाटिया ने लिखा है। मनोज ने कहा कि जब तक फिल्म सत्या रिलीज नहीं हुई थी तब तक मैंने अपनी फैमिली को नहीं बताया था। मैंने राम गोपाल वर्मा की एक फेमस फिल्म को साइन किया था और मैं डरा हुआ भी था। क्योंकि ये बिल्कुल भी स्टेबल नहीं था और मुझे डर था कि ये बंद ना हो जाए और फिर मेरा डर सही साबित हुआ।
फिल्म की शूटिंग बंद कर दी गई थी
जी हां, मनोज ने आगे कहा कि श्री गुलशन कुमार की हत्या हो गई थी और फिल्म सत्या की शूटिंग को बंद कर दिया गया। तीन दिन तक फिल्म की शूटिंग बंद रही और हमारा करियर खतरे में चला गया, लेकिन फिर 10-15 दिनों के बाद फिल्म ने धीरे-धीरे गति ली और काम शुरू हुआ। मैं इस फिल्म के बारे में बहुत बातें कर सकता हूं और मेरे पास इसकी कई यादें भी हैं।
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