यूपी का नरभक्षी! प्राइवेट पार्ट काटा..सिर धड़ से किया अलग..बनाया सूप...फिर खा गया खोपड़ी
Indian Predator: Diary of a Serial Killer Raja Kolander: साल 2022 में नेटफ्लिक्स पर एक डॉक्यूमेंट्री रिलीज हुई थी जिसका नाम था 'इंडियन प्रेडेटर: डायरी ऑफ ए सीरियल किलर', नाम से ही पता चल रहा था कि एक किलर की कहानी है जिसने किसी ना किसी का मर्डर किया होगा। लेकिन अगर ऐसा भी होता तो समझ आता। इस क्राइम सीरीज में जुर्म की जो दास्तां थी वो कोई मामूली कहानी नहीं थी।
ये एक 'नरपिशाच' की कहानी थी जिसने अपराध की खौफनाक दुनिया से पर्दा उठाकर पूरे देश को दहशत में डाल दिया था। ये कहानी है राम निरंजन उर्फ राजा कोलंदर की, जिसने बर्बरता और दरिंदगी की सारी हदें पार कर दी थीं। आज भी जब राजा कोलंदर का नाम लिया जाता है तो लोगों के दिलों में डर पैदा हो जाता है। खून से सनी इस खौफनाक कहानी में जैसे ही एक-एक कर जुर्म की परतें खुलेंगी वैसे ही आप चौंक जाएंगे। चलिए बिना किसी देरी के आपको वो डरावनी कहानी के बारे में बताते हैं जिसे सुनकर आज भी रोंगटे खड़े हो जाते हैं।
सामान्य शख्स के खौफनाक अपराधी बनने की कहानी
एक आयुध फैक्ट्री में चतुर्थ श्रेणी का कर्मचारी और सुअर पालने वाला शख्स राम निरंजन, कहने को तो उसके पास खुद की एक मोटर साइकिल तक नहीं थी लेकिन फिर भी टाटा सूमो में घूमता -फिरता था। उसके बारे में कहा जाता था कि उसके माफिया से रिश्ते हैं जिसके दम पर वो लोगों से लूटपाट करता है। नाम की ही तरह वो खुद को भी राजा ही समझता था। अपने नाम के आगे राम ने 'कोलंदर' जोड़ लिया। वहीं पत्नी का नाम उसने गोमती देवी से बदलकर फूलन देवी रखा, जिसने आगे चलकर जिला पंचायत का चुनाव भी जीत लिया।
पत्रकार की हत्या में राजा का नाम
साल 2000 में पत्रकार धीरेंद्र सिंह की अचानक लापता होने की खबर के बाद अचानक राजा कोलंदर का नाम सामने आया। पुलिस ने राजा को गिरफ्तार कर किया। पूछताछ के दौरान राजा ने अपना अपराध कबूल लिया। पत्रकार धीरेंद्र की लाश मध्य प्रदेश के रीवा में मिली, लेकिन उसका सिर और प्राइवेट पार्ट गायब था, जिस बेरहमी से धीरेंद्र को मारा गया था वो देख हर कोई हैरान था। इसके बाद इस मामले में जो कुछ भी हुआ उसे सुन कई लोगों के पैरों तले जमीन खिसक गई।
लाल डायरी में खुले हत्या के राज
पुलिस को राजा के फार्म हाउस से एक लाल डायरी मिली, जिसमें उसके सभी अपराधों की जघन्य कहानियां लिखी हुई थीं। डायरी में पहला नाम काली प्रसाद श्रीवास्तव का था, जो राजा के साथ काम करता था और साल 1997 में गायब हो गया था। राजा ने काली की हत्या की वजह बताई कि उसने राजा से 50 हजार रुपये उधार लिए थे और लौटाए नहीं थे। राजा ने काली का सिर धड़ से अलग कर उसे उबालकर उसका सूप बना लिया और अपने साले के साथ मिलकर उसे पी लिया। इसके बाद उसने काली के दिमाग को खोलकर उसे खाने की भी बात कही।
हर हत्या का एक वीभत्स किस्सा
राजा ने दूसरी हत्या मोहम्मद मोइन की थी, जो उसके साथ काम करता था और 25 हजार रुपये उधार ले चुका था। मोइन की हत्या भी उसी वीभत्स तरीके से की गई, जिसमें उसके सिर को भी उबालकर खोपड़ी रंगी गई। राजा ने मोइन के सिर को नदी में फेंक दिया ताकि उसे दफनाया न जा सके और मुसलमान मोहम्मद मोइन को मरने के बाद भी शांति न मिले।
जेल में कैसा बीत रहा राजा का जीवन?
राजा कोलंदर आज उम्रकैद की सजा काट रहा है और खुद को निर्दोष मानता है। वो जेल में रामायण और भागवत गीता पढ़ता है। राजा के बारे में कहा जाता है कि उसने कुल 14 हत्याएं की। राजा का कहना है कि उसे राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया गया है और वो चुनाव लड़ना चाहता था। उसका परिवार भी कहीं ना कहीं ये जानता है कि वो घिनौना अपराधी है लेकिन उसे लगता है कि उसका परिवार भी उसे निर्दोष मानता है जबकि आज समाज उसे ‘नरपिशाच’ के नाम से जानता है।
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