4 साल बड़ी बीवी, थिएटर, प्यार और जुदाई... मोहब्बत मिलने के बाद भी क्यों 33 साल अकेले रहे शशि कपूर?
बॉलीवुड के चार्मिंग डूड कहे जाने वाले शशि कपूर भले ही आज हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन लोगों के दिलों में आज भी उनकी खास जगह है। आज यानी 18 मार्च को शशि कपूर का बर्थडे है। इस खास मौके पर हम आपको उनकी लव लाइफ के बारे में बताने जा रहे हैं। आइए जानते हैं कि कौन थीं शशि कपूर की वाइफ, कैसे इन दोनों की लव स्टोरी की शुरुआत हुई थी? और फिर क्यों 33 सालों तक शशि कपूर को अकेला रहना पड़ा?
कैसे शुरू हुई लव स्टोरी?
दरअसल, बात आज की नहीं बल्कि उस जमाने की है, जब शशि कपूर का चार्म टॉप पर था और वो ना जाने कितनी लड़कियों के दिलों पर राज किया करते थे। साल 1956 आया और शशि पहली बार कलकत्ता में अभिनेत्री जेनिफर केंडल से मिले। जी हां, जेनिफर केंडल जिनको शशि कपूर अपना दिल ही दे बैठे। उस वक्त दोनों अपने-अपने थिएटर ग्रुप के लिए काम कर रहे थे।

Jennifer Kendal
1958 में की थी शादी
धीरे-धीरे दोनों की मुलाकात होने लगी और फिर दोनों को एक-दूसरे से प्यार हो गया। साल 1958 में दोनों ने शादी कर ली और हमेशा के लिए एक-दूजे के हो गए। दोनों ने कई फिल्मों में एक साथ काम किया और इनके तीन बच्चे हुए जिनके नाम कुणाल कपूर , करण कपूर और संजना कपूर हैं। जेनिफर और शशि ने 5 नवंबर 1978 को मुंबई में पृथ्वी थिएटर की स्थापना की थी।
क्यों 33 साल अकेले रहे शशि कपूर?
हालांकि, साल 1984 में जेनिफर केंडल का निधन हो गया और शशि कपूर अकेले रह गए। दरअसल, साल 1982 में उन्हें टर्मिनल कोलन कैंसर का पता लगा था और 1984 में इसी बीमारी ने जेनिफर की जान ले ली। जेनिफर के जाने के बाद शशि कपूर 33 सालों तक अकेले रहे और 4 दिसंबर 2017 में उनका भी निधन हो गया था। बता दें कि लंबी बीमारी के बाद हिंदी फिल्मों के सदाबहार एक्टर शशि कपूर का मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में निधन हो गया था।
Shashi Kapoor
कौन थीं जेनिफर केंडल?
जेनिफर केंडल की बात करें तो वो एक हॉलीवुड एक्ट्रेस और पृथ्वी थिएटर की संस्थापक थीं। जेनिफर का जन्म साउथपोर्ट, इंग्लैंड में हुआ था और उन्होंने अपना ज्यादातर टाइम इंडिया में ही बिताया था। जेनिफर केंडल और शशि कपूर की लव स्टोरी अपने समय में गॉसिप गलियारों में चर्चा में रहती थी और हर कोई उनके प्यार से वाकिफ था। आज भले ही दोनों ही हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन लोग आज भी इस जोड़ी को खूब प्यार करते हैं और याद करते हैं।
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