Shyam Benegal Death: श्याम बेनेगल की वो फिल्म, जिसकी वजह से बांग्लादेश में हो गया था तख्तापलट
Shyam Benegal Passes Away: मशहूर फिल्म निर्देशक श्याम बेनेगल का निधन हो गया है। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। सोमवार शाम साढ़े 6 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। 14 दिसंबर को ही उन्होंने कई सेलिब्रिटीज के साथ 90वां जन्मदिन मनाया था। श्याम बेनेगल की गिनती उन निर्देशकों में होती थी, जिनकी फिल्में लोगों के दिलों पर छाप छोड़ती थी। वे बेहद अलग और खास विषयों पर फिल्में बनाते थे। उनकी फिल्मों ने भारत ही नहीं, बांग्लादेश में भी सुर्खियां बटोरी थीं। एक फिल्म का नाम 'मुजीब' था। जो बांग्लादेश के संस्थापक रहे शेख मुजीबुर्रहमान पर आधारित थी। वे बांग्लादेश के राष्ट्रपति भी रह चुके हैं। ये फिल्म उनकी जिंदगी पर बनी थी। फिल्म रिलीज होने के बाद पड़ोसी देश में तख्तापलट हो गया था।
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फिल्म 'मुजीब: द मेकिंग ऑफ ए नेशन' अक्टूबर 2023 में रिलीज हुई थी। बांग्लादेश की आजादी के लिए मुजीबुर्रहमान ने कैसे काम किया, इस फिल्म में दिखाया गया था? इस फिल्म को शुरुआत में दो भाषाओं हिंदी और बंगाली में रिलीज किया गया था। फिल्म के निर्माण के लिए बांग्लादेश फिल्म विकास निगम (BFDC) और राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (NFDC) ने मिलकर काम किया था। मुजीब में राष्ट्रपति का किरदार अरिफिन शुवू ने निभाया था।
शेख हसीना ने दी थी फिल्म को मंजूरी
हाल में तख्तापलट के बाद भारत में रह रहीं शेख हसीना ने फिल्म निर्माण को मंजूरी दी थी। शेख हसीना मुजीबुर्रहमान की बेटी हैं। बायोपिक की पूरी शूटिंग बांग्लादेश में हुई थी। बेनेगल ने बताया था कि मुजीबुर्रहमान के किरदार को पर्दे पर उतारना आसान काम नहीं था। वे हिंदुस्तान के करीबी थे। यह एक भावनात्मक फिल्म थी। इस फिल्म में पाकिस्तानी राष्ट्रपति जुल्फिकार अली भुट्टो का रोल मशहूर एक्टर रजित कपूर ने अदा किया था।
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इसके अलावा मुजीब में महमूद सिद्दीकी, गौरव शर्मा, नुसरत इमरोज तिशा की एक्टिंग को जमकर सराहना मिली थी। इस फिल्म की शुरुआत मुजीबुर्रहमान के राजनीतिक सफर से होती है। अंत सैन्य तख्तापलट से, जिसके बाद उनके पूरे परिवार को मौत के घाट उतार दिया जाता है। शेख हसीना और उनकी बहन ही बचती हैं, जो उस समय जर्मनी में थीं। श्याम बेनेगल के अनुसार वे मुजीबुर्रहमान से काफी आकर्षित थे, जिसकी वजह से फिल्म बनाने को हामी भरी थी।